श्री श्री पर नहीं बल्कि कुत्तों पर चली थी गोली
५ जून २०१०कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक अजय कुमार सिंह ने कहा कि देसी तमंचे से चलाई गई गोली आवारा कुत्तों को डराने के लिए थी. पुलिस के मुताबिक आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर को किसी भी तरह निशाना नहीं बनाया गया था. शनिवार को डीजीपी ने कहा, ''फायरिंग कुत्तों को डराने के लिए की गई थी.''
पुलिस के मुताबिक बैंगलोर के कनपुरा इलाके में रविशंकर के आश्रम के बगल में महादेव प्रसाद की दस एकड़ जमीन है. इस वजह से महादेव का आना जाना वहां लगा रहता है. 30 मई को महादेव अपने पशुओं को चरा रहे थे तभी कुछ कुत्ते जानवरों को डराने लगे. पुलिस के मुताबिक कुत्तों को डराने और भगाने के इरादे से महादेव ने गोली चला दी. लेकिन गोली रविशंकर के आश्रम तक पहुंच गई और तिल का ताड़ बन गया.
गोली की फॉरेंसिंक जांच में भी पता चला है कि यह महादेव की देसी पिस्टल से ही चली. इस मामले में रविशंकर की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग ने पुलिस केस दर्ज कराया है. हालांकि रविशंकर पहले ही कह चुके हैं कि उन्होंने हमलावर को माफ कर दिया है, लेकिन अब सच्चाई सामने आने बाद पुलिस को भी समझ नहीं आ रहा है कि महादेव का क्या किया जाए.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: आभा मोंढे