श्रींलंकाई जनरल की पेशी, अमेरिका की चुप्पी
३ नवम्बर २००९इस ख़बर के छपने के बाद श्रीलंका सरकार ने कोलंबों में अमेरिकी राजदूत को तलब किया और जनरल फोनसेका से पूछताछ न करने की मांग की.
अमेरिका का होमलैंड सिक्योरिटी विभाग श्रीलंका सेना की लिटटे के ख़िलाफ़ युद्ध में हुई ज़्यादतियों के बारे में बात करना चाहता है. विभाग के प्रवक्ता माट चैंडलर ने कहा कि उनका विभाग किसी जांच के अस्तित्व की न तो पुष्टि कर सकता है और न ही खंडन. लेकिन अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता इयान कैली ने कहा है कि वो इस मामले से अंजान हैं.
ये भी कम दिलचस्प नहीं कि अमेरिकी विदेश विभाग ने ही पिछले दिनों श्रीलंका में सेना और लिट्टे की लड़ाई से जुड़ी एक रिपोर्ट कांग्रेस को सौंपी थी जिसमें कहा गया था कि लिट्टे से लड़ाई जीतने के दौरान आम तमिलों पर भी ज़्यादती की गई. इस दौरान हज़ारों तमिल मारे गए और लाखों विस्थापित हुए. हालांकि श्रीलंका सरकार ने इस बात का खंडन किया है कि सेना के हाथों कोई निर्दोष मारा गया था.
जनरल फोनसेका के पास अमेरिका की स्थायी रेजीडेंसी है और वो वहां ओकलाहोमा में अपनी बेटियों से मिलने गए हैं. श्रीलंका के विदेश मंत्री रोहिता बोगोलागामा ने अपने जनरल की बुधवार को होने वाली पेशी की बात को स्वीकार करते हुए कहा कि होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने जनरल फोनसेका को तलब किया है.
समाचार एजेंसी एएफ़पी ने मंत्री के हवाले से बताया है कि अमेरिकी अधिकारी श्रीलंका के रक्षा सचिव गोटाभया राजपक्षे पर लगे मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों के मामले में जनरल फोनसेका पर एक संभावित सोर्स के रूप में बयान देने का दबाव डाल सकते हैं. रक्षा सचिव, राष्ट्रपति महेंदा राजपक्षे के छोटे भाई हैं और उनके पास भी अमेरिकी नागरिकता बताई जाती है. तमिल संगठनों ने फोनसेका की संभावित पूछताछ का स्वागत किया है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस जोशी
संपादन: उ भ