सचिन का दिल मांगे स्कूलों में टॉयलेट
२५ जनवरी २०११सपोर्ट माई स्कूल नाम के इस अभियान में समाचार चैनल एनडीटीवी और एक कोल्ड ड्रिंक कंपनी भी सचिन के साथ हैं.
सोमवार को अभियान की शुरुआत के वक्त सचिन ने कहा, "मैं इस बात को समझ नहीं सकता कि लड़कियां इसलिए पढ़ाई छोड़ देती हैं क्योंकि स्कूलों में साफ टॉयलेट नहीं हैं. हर बच्चे के लिए पढ़ाई बेहद जरूरी है. इसलिए इस अभियान का हिस्सा बनकर मैं बेहद खुश हूं. हर किसी को इसका समर्थन करना चाहिए."
बच्चों से मुलाकात
सचिन ने कहा कि ऐसे काम करने वाले लोगों की कमी नहीं है लेकिन इसके लिए बड़े वित्तीय सहयोग की जरूरत होती है. इस मौके पर सचिन ने हरियाणा के सोनीपत जिले में झुंडपुर गांव के स्कूली बच्चों से मुलाकात भी की. हालांकि यह मुलाकात विडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए हुई. लेकिन स्कूली बच्चों का पूरा ध्यान क्रिकेट पर था. एक बच्चे ने सचिन से पूछा कि इस बार भारत वर्ल्ड कप जीतेगा या नहीं. जवाब में सचिन ने कहा, "हम अपनी तरफ से पूरा जोर लगाएंगे, बाकी तो ऊपरवाले के हाथ में है."
क्रिकेट और सलाह
एक अन्य सवाल के जवाब में सचिन ने कहा कि वह मैदान पर रिकॉर्ड बनाने नहीं उतरते. 51 टेस्ट शतकों का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुके सचिन ने कहा, "मैं बस जाता हूं और खेलता हूं. रिकॉर्ड तो अपने आप बनते जाते हैं." सचिन ने बच्चों को अपने काम से प्यार करने की सलाह दी. उन्होंने कहा, "आप जिंदगी में जो भी करें, उसका पूरा मजा लें. क्रिकेट, फुटबॉल या हॉकी खेलें तो उसका पूरा लुत्फ उठाएं. आपको सुधार खुद नजर आएगा."
इस मौके पर केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल ने भी विडियो कान्फ्रेंस के जरिए सचिन से बातचीत की. उन्होंने कहा कि इस तरह के अभियान के लिए सचिन से बेहतर कोई नहीं हो सकता क्योंकि हर नौजवान उन्हीं की ओर देखता है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एन रंजन