सचिन का शतकः भारत के 362
४ जनवरी २०११एक वक्त संकट में घिरी भारतीय पारी को एक बार फिर सचिन तेंदुलकर ने सहारा दिया और मौके पर अपना 51वां शतक पूरा किया. उन्होंने 146 रन की पारी खेली. जहां एक छोर से विकट धड़ाधड़ गिर रहे थे, वहीं दूसरी छोर को मास्टर ब्लास्टर ने थाम रखा था. सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने भी सचिन का बखूबी साथ निभाया.
दो विकेट 28 रन पर गिरने के बाद नाजुक स्थिति को संभालने सचिन तेंदुलकर दूसरे दिन ही ग्राउंड पर उतरे और उन्होंने बहुत अच्छी तरह से पारी को निखारा. गंभीर ने उन्हें बेहतरीन साथ दिया और दोनों खिलाड़ियों ने मिल कर 176 रन की साझीदारी की. हालांकि गंभीर दुर्भाग्यशाली रहे कि वह 93 रन पर आउट हो गए और अपना शतक पूरा नहीं कर पाए.
गंभीर के बाद लक्ष्मण और पुजारा भी बहुत जल्दी जल्दी आउट हो गए. दूसरी तरफ सचिन नाइन्टीज में खेल रहे थे और इस बात का खतरा लग रहा था कि कहीं गिरते विकेट के बीच वह अपना संयम भी न खो बैठें. लेकिन दुनिया के महानतम बल्लेबाजों में गिने जाने वाले सचिन ने पूरे इत्मिनान से बल्लेबाजी जारी रखी और मोर्केल की गेंद पर छक्का जड़ कर अपना शतक पूरा किया.
दूसरी तरफ धोनी खाता खोले बगैर ही आउट हो कर लौट गए. हालांकि बाद में हरभजन सिंह ने सचिन के साथ मिल कर 76 रन जोड़े. भज्जी ने 40 रन बनाए. इसके बाद जहीर खान ने भी 23 रन जोड़े और भारत की पारी को दक्षिण अफ्रीकी पारी के पास पहुंचा दिया. पहली पारी में भारत के 364 रन बने हैं, जो दक्षिण अफ्रिका के 362 से दो ज्यादा हैं.
टेस्ट मैच में अभी दो पूरे दिन बाकी हैं और इसका नतीजा निकलने की उम्मीद अभी खत्म नहीं हुई है. अगर दक्षिण अफ्रीका की टीम चौथे दिन चाय काल तक बड़ा स्कोर खड़ा कर लेती है, तो भारत के सामने बचे हुए सवा दिन में मैच बचाना या जीत की राह पाना आसान नहीं होगा.
भारत और दक्षिण अफ्रीका दुनिया की पहले और दूसरी नंबर की टेस्ट टीमें हैं और इस सीरीज में अभी तक 1-1 से बराबर चल रही हैं. इस टेस्ट मैच को जीतने पर दक्षिण अफ्रीका दुनिया की पहले नंबर की टेस्ट टीम बन सकती है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः एन रंजन