सबकी निगाहें एप्पल पर
१२ सितम्बर २०१२एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स ने यादगार तरीके से 2007 में दुनिया को पहला स्मार्टफोन यानी आईफोन दिया था. तब से एप्पल के हर प्रोडक्ट लांच के वक्त कुछ वैसे ही चमत्कार की उम्मीद लगी रहती है. एप्पल ने ज्यादातर मौकों पर निराश भी नहीं किया. सिर्फ जॉब्स के आखिरी दिनों में जब दुनिया नए सीरीज का आईफोन का इंतजार कर रही थी, कंपनी ने सिर्फ आईफोन 4 का बेहतर संस्करण जारी किया.
सोमवार को एप्पल के शेयर पिछले छह हफ्तों के मुकाबले 15 प्रतिशत की तेजी से चढ़ गए. कंपनी ने भले ही गैजेट की दुनिया में आईफोन से क्रांति ला दी हो लेकिन स्मार्टफोन का सबसे बड़ा बाजार सैमसंग के खाते में है, जो हाल ही में एप्पल से एक अरब डॉलर का मुकदमा हारा है. यह एप्पल का ही करिश्मा है कि पिछले दशक की सबसे बड़ी मोबाइल फोन कंपनी फिनलैंड की नोकिया बाजार समेटने की तरफ बढ़ चली है.
मोबाइल फोन बाजार की एक्सपर्ट कैरोलीना मिलानेसी का कहना है, "बाजार शेयर को बढ़ाना अब आसान काम नहीं रह गया है." आईफोन से ही एप्पल कंपनी का आधा राजस्व आता है, लिहाजा कंपनी का सबसे पसंदीदा प्रोडक्ट भी यही है.
अभी तक अमेरिका के बाजार में एनड्राएड वाले स्मार्टफोन की बिक्री सबसे ज्यादा होती है, जिसमें सैमसंग भी शामिल है. एप्पल का आईफोन दूसरे नंबर पर है. कॉमस्कोर नाम की एजेंसी का कहना है कि 25.6 प्रतिशत लोग सैमसंग पसंद करते हैं जबकि 16.3 प्रतिशत लोग आईफोन खरीदते हैं.
फोरेस्टर रिसर्च से जुड़े चार्ल्स गोल्विन का कहना है कि नये फोन की उम्मीद ने गैजेट प्रेमियों के दिलों की धड़कनें बढ़ा दी है. अब बड़ी कंपनियों में पर्यावरण के प्रति चिंता दिखाने की होड़ सी लग गई है. वो कहते हैं, "फोन बाजार के बड़े खिलाड़ी जैसे एप्पल, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन के बीच पर्यावरण के प्रति उपभोक्ताओं की चिंता को भुनाने की होड़ लग गई है."
एप्पल भले ही मोबाइल फोन की बिक्री में दूसरे नंबर पर आता हो लेकिन तकनीक और बारीकी में उसका कोई जवाब नहीं. कंपनी इस बात को सुनिश्चित करती है कि उसके प्रोडक्ट को कोई और खोल न सके और न ही इसमें किसी तरह का बदलाव कर सके. यह खूबी इससे सबसे अलग करती है. हालांकि कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि ज्यादा समय तक अलग थलग रहने से एप्पल को नुकसान हो सकता है.
वीडी/एजेए (एएफपी,डीपीए)