सबसे बड़े साइकलिंग चैंपियन पर डोपिंग के आरोप
२० मई २०११हैमिल्टन पर एथेंस ओलिंपिक के दौरान नशीली दवाओं के सेवन के आरोप लगे. डोपिंग टेस्ट पास न कर पाने के बावजूद उनका गोल्ड मेडल वापस नहीं लिया गया. अब उन्होंने माना है कि उन्होंने नशीली दवाओं का सेवन किया था.
सबने ली ड्रग्स
अमेरिकी समाचार चैनल सीबीएस के शो 60 मिनट्स में हैमिल्टन ने वे बातें मान लीं जिन्हें वह कई साल से मुकरते आ रहे थे. उन्होंने कहा कि उन्होंने ईपीओ जैसी कई प्रतिबंधित दवाएं ली थीं. साथ ही उन्होंने कहा कि वह इस तरह का काम करने वाले अकेले खिलाड़ी नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि उनके पूर्व टीम के साथी आर्मस्ट्रॉन्ग ने 1999 के टूअर दे फ्रॉन्स प्रतियोगिता के दौरान नशीली दवाएं ली थीं. हैमिल्टन ने बताया, "आर्मस्ट्रॉन्ग ने वही लिया जो हम सबने लिया था. यह ईपीओ था. एक टेस्टोस्टेरॉन जिसे खून में डाला जाता है."
सीबीएस न्यूज ने उनके इंटरव्यू के अंश जारी किये हैं. यह इंटरव्यू आने वाले रविवार को दिखाया जाएगा. उन्होंने कहा, "मैंने उनके फ्रिज में ईपीओ देखा. मैंने एक से ज्यादा बार उन्हें इंजेक्शन लगाते देखा. जैसा कि हम सब करते थे. जैसा कि मैं कई बार कर चुका था. कई बार."
आर्मस्ट्रॉन्ग का इनकार
सात बार टूअर दे फ्रॉन्स जीत चुके आर्मस्ट्रॉन्ग पर पहले भी इस तरह के आरोप लगे हैं. हालांकि वह हमेशा इन्हें नकारते आए हैं. वह कभी डोप टेस्ट में फेल नहीं हुए हैं.
गुरुवार को आर्मस्ट्रॉन्ग के वकील मार्क फाबियानी ने हैमिल्टन के आरोपों को गलत बताया. उन्होंने कहा, "हैमिल्टन एक किताब लिखकर पैसा कमाने की कोशिश कर रहे हैं. वह पहले जो कहानी कहते थे, अब उन्होंने इसे पूरी तरह बदल दिया है ताकि 60 मिनट्स पर आ सकें और उनकी किताब को पब्लिशर मिलने के मौके बढ़ सकें."
फाबियानी ने हैमिल्टन को लालची बताते हुए कहा, "लालच और पब्लिसिटी की भूख से सच नहीं बदल सकता. लांस आर्मस्ट्रॉन्ग खेल के इतिहास में सबसे ज्यादा बार टेस्ट किए गए खिलाड़ी हैं. उन्होंने 20 साल में लगभग 500 बार डोप टेस्ट पास किया है."
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ईशा भाटिया