सभी भारत विरोधी गुट शक के घेरे में हैं: चिदंबरम
१४ जुलाई २०११मुंबई में चिदंबरम ने एक प्रेस कांफ्रेस में जोर दे कर कहा कि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि इन धमाकों के लिए कौन गुट जिम्मेदार है. अब तक किसी ने इन धमाकों की जिम्मेदारी नहीं ली है. उनके मुताबिक, "हम भारत विरोधी सभी गुटों की पड़ताल कर रहे हैं. हम किसी बात से इनकार नहीं कर रह हैं. हम हर किसी को देख रहे हैं.
भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई के तीन व्यस्त इलाकों में एक ही समय पर हुए धमाकों के चंद घंटों के भीतर चिदंबरम घटनास्थल पर पहुंचे. फॉरेंसिक टीमें धमाकों की जांच कर रही हैं. गृह मंत्री ने बताया, "मुझे विश्वास है कि हम उस गुट को ढूंढ निकालेंगे जिसने ये धमाके कराए हैं."
इन धमाकों के लिए शुरुआती शक भारत स्थित इस्लामी जिहाद नाम के गुट या पाकिस्तान से काम करने वाले लश्कर ए तैयबा पर जाता है. चिदंबरम ने कहा कि बुधवार के धमाकों के लिए खुफिया तंत्र की कमजोरी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता. उन्होंने कहा, "यह खुफिया तंत्र की नाकामी नहीं है." उनके मुताबिक 2008 में 166 लोगों की जान लेने वाले मुंबई हमलों के बाद शहर में सुरक्षा बढ़ाई दी गई थी.
चिदंबरम ने कहा कि खुफिया जानकारी के आधार पर देश भर में पिछले ढाई साल के दौरान कई हमलों की साजिशों को नाकाम बनाया गया, लेकिन उन्होंने इस बारे में ज्यादा ब्यौरा नहीं दिया. चिदंबरम ने यह भी कहा कि भारत दुनिया के सबसे खतरनाक पड़ोस में रहता है और इसलिए उसके शहरों पर हमलों का खतरा बराबर बना रहता है.
इस बीच गृह मंत्रालय ने कहा है, "मुंबई पुलिस से मिलने वाली रिपोर्टों में कहा गया है कि 17 लोग मारे गए हैं और 133 घायल हुए हैं." गुरुवार को सरकारी वेबसाइट पर यह जानकारी दी गई. इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से मरने वालों की संख्या 21 बताई गई थी.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह