सहवाग को छोड़ दें, तो सब नाकाम रहे: धोनी
२६ अगस्त २०१०भारत ने न्यूजीलैंड को 105 रन से हरा कर भले ही शनिवार को होने वाले सीरीज के फाइनल मुकाबले में अपनी जगह पक्की कर ली हो, लेकिन कप्तान धोनी टीम की बल्लेबाजी को लेकर परेशान हैं, जो एक बार फिर नाकाम रही है. बुधवार को खेले गए मैच में सहवाग ने ही सबसे ज्यादा 93 गेंदों पर 110 रन बनाए.
धोनी का कहना है कि सलामी बल्लेबाज सहवाग के अलावा कोई नहीं चला. वह कहते हैं, "वह अकेले बल्लेबाज हैं जो चल रहे हैं. उनके अलावा पूरी टीम संघर्ष कर रही है. उनके साथ बल्लेबाजी करना वाकई अच्छा रहा. सहवाग मुश्किल समय में हमेशा अच्छा प्रदर्शन करते हैं. पिछले मैच में भी उन्होंने 99 रन बनाए." सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए भारत को बुधवार का मैच जीतना जरूरी था.
सहवाग के अलावा धोनी (38) और रवींद्र जडेजा (17) ही दो ऐसे बल्लेबाज थे जिनका स्कोर दहाई के आंकड़े में पहुंच पाया. मध्यक्रम में युवराज सिंह, सुरेश रैना और विराट कोहली एक बार फिर संघर्ष करते नजर आए. इन सभी ने कुल मिला कर 15 रन बनाए.
धोनी ने मौजूदा सीरीज में अपने गेंदबाजों के लगातार बढ़िया प्रदर्शन की भी तारीफ की है. बुधवार को मैच के बाद धोनी ने कहा, "बॉलरों ने अच्छा प्रदर्शन किया है. प्रवीण गेंद को स्विंग करा रहे हैं इसलिए हम उन्हें नई गेंद देते हैं. अपनी स्विंग पर उनका अच्छा नियंत्रण है. आशीष नेहरा तो हमेशा की तरह अच्छा कर ही रहे हैं. मुनफ ने भी आज अच्छा प्रदर्शन किया है."
उधर सहवाग कमजोर बल्लेबाजी के लिए युवा खिलाड़ियों को जिम्मेदार नहीं मानते हैं. उनके मुताबिक अपने करियर में जमने के लिए उन्हें भी कुछ वक्त लगा था. वह कहते हैं, "हर कोई अच्छे शॉट खेलना चाहता है. मुझे भी अपने करियर में जमने के लिए कुछ ऐसी पारियों की जरूरत पड़ी थी."
बुधवार के मैच में भारत ने टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, लेकिन पूरी टीम 223 रन पर ही ऑल आउट हो गई. इसके बाद भारतीय गेंदबाजों से शानदार प्रदर्शन किया और कीवी टीम को 30.1 ओवर में 118 रन पर समेट दिया. इस तरह धोनी की टीम फाइनल में पहुंची जहां शनिवार को उसका मुकाबला श्रीलंका से होगा.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ए कुमार
संपादन: महेश झा