सायना नेहवाल को रैंकिंग की परवाह नहीं
१ जुलाई २०१०इस साल दो सुपर सीरिज बैडमिंटन टूर्नामेंट अपनी झोली में डालने के बाद सायना आराम करने के मूड में बिलकुल नहीं हैं. सायना मानती हैं कि आने वाले दिनों में वर्ल्ड चैंपियनशिप और कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए उन्हें जबरदस्त तैयारी करनी है.
"इस साल वर्ल्ड चैंपियनशिप है, कॉमनवेल्थ गेम्स हैं और फिर एशियन गेम्स भी हैं. मैं उनमें शानदार खेल दिखाने की पूरी कोशिश करूंगी. मुझे दुनिया में तीसरे नंबर की खिलाड़ी होने की उम्मीद नहीं थी लेकिन अब मुझे नंबर एक बनने का भरोसा भी है. लेकिन मेरे लिए प्राथमिकता वर्ल्ड चैंपियनशिप और राष्ट्रमंडल खेल ही हैं."
पिछले साल सायना ने इंडोनेशिया सुपर सीरिज बैडमिंटन टूर्नामेंट जीता और इस साल अपना खिताब बरकरार रखा. सायना ने साफ कर दिया कि रैंकिंग में ऊपर चढ़ने के लिए कभी कोई समयसीमा तय नहीं की.
"मेरा लक्ष्य कभी भी नंबर तीन होना नहीं रहा. मुझे लगता था कि इस साल के आखिर में नंबर चार या नंबर पांच पर मैं पहुंच जाऊंगी. लेकिन मैं नंबर तीन पर बहुत जल्दी पहुंच गई. इसलिए मैं नंबर एक खिलाड़ी भी बन सकती हूं लेकिन मेरी वरियता गिर भी सकती है क्योंकि मैं ज्यादा टूर्नामेंट में नहीं खेल रही हूं."
अपने शानदार खेल के बावजूद सायना मानती हैं कि उनके खेल में अब भी सुधार की गुंजाइश है. सायना के मुताबिक खिलाड़ी हमेशा कुछ न कुछ सीखते रहते हैं और खेल का स्तर सुधारने के लिए उसमें बदलाव लाने की कोशिश करते हैं. सायना मानती हैं कि उन्हें बैकहैंड, फोरहैंड के अलावा रक्षात्मक खेल पर भी ध्यान होगा.
अपनी सफलता का श्रेय सायना कोच को भी देती हैं. "कोच हमेशा मेरी मदद करने की कोशिश करते हैं. वह मुझे बेहतर बनाने का प्रयास करते हैं और नई बात सिखाते हैं. फिलहाल मुझे नहीं पता कि क्या करना चाहिए. मैं अगले हफ्ते से अभ्यास शुरू करूंगी."
20 साल की सायना खुद को एक आक्रामक खिलाड़ी मानती हैं. जकार्ता में जीता सुपर सीरिज खिताब उनके करियर का तीसरा सुपर सीरिज खिताब है. सायना बैडमिंटन टाइटल की हैट ट्रिक भी लगा चुकी हैं. पहले उन्होंने इंडिया ओपन ग्रां प्री जीता, फिर सिंगापुर ओपन और हाल ही में इंडोनेशिया सुपर सीरिज भी अपने नाम किया.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: एन रंजन