सारकोजी ने नेतन्याहू को 'झूठा' कहा
८ नवम्बर २०११ओबामा और सारकोजी की गुफ्तगू धोखे से लीक हुई और पत्रकारों तक पहुंच गई. बीते हफ्ते फ्रांस के कान शहर में जी-20 देशों की शिखर बैठक हुई. सम्मेलन के दौरान फ्रांसीसी राष्ट्रपति और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच आपसी चर्चा हो रही थी. इस दौरान सारकोजी ने कहा, "मैं उनके (नेतन्याहू) के साथ खड़ा नहीं हो सकता. वह झूठे हैं."
सम्मेलन की मीडिया कवरेज की निगरानी करने वाली वेबसाइट अरे सुर इमेजेज के मुताबिक इसके बाद ओबामा ने कहा, "क्या आप उनसे खिन्न हैं? मुझे तो हर रोज उनसे निपटना होता है."
दरअसल ओबामा और सारकोजी के बीच मध्य पूर्व को लेकर बातचीत हो रही थी. ओबामा ने बातचीत शिकायत भरे अंदाज से शुरू की. उन्होंने सारकोजी से कहा कि यूनेस्को में फलीस्तीन की सदस्यता की दावेदारी का फ्रांस ने समर्थन किया और अमेरिका को इस बारे में बताया तक नहीं. इसके बाद दोनों नेताओं के बीच मध्य पूर्व की चर्चा होने लगी और नेतन्याहू का नाम खिन्नता के साथ सामने आ गया.
बातचीत के बाद दोनों नेताओं को साझा बयान जारी करना था. लेकिन इस्राएली प्रधानमंत्री के बारे में हुई चर्चा हेडफोन के जरिए पत्रकारों तक पहुंच गई. पत्रकारों ने पहले मामले को दबा दिया. उन्हें लगा कि बातचीत लीक होने का खामियाजा सारकोजी के कम्युनिकेशन स्टाफ को भुगतना पड़ेगा. लेकिन सच कितनी देर दबा रहता. एक फ्रेंच अखबार ने बिना बयान छापे खबर दे दी. बात जंगल में आग की तरह फैली और पूरे बयानों और गुफ्तगू के ब्यौरे के साथ इस्राएल के अखबार अब इस खबर से पटे पड़े हैं.
नेतन्याहू के साथ शर्मिंदगी का सामना अब सारकोजी और ओबामा भी कर रहे हैं.
रिपोर्ट: डीपीए/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार