सीआईए ने बिन लादेन के घर को छाना
२८ मई २०११पाकिस्तान के द डॉन अखबार ने कहा है कि सीआईए की टीम हेलीकॉप्टर में आई और जांच टीम ने करीब 6 घंटे तक घर की तलाशी ली. पुलिस ने सीआईए टीम के आने की पुष्टि नहीं की है लेकिन द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि बिन लादेन के ठिकाने की तलाशी लेने के लिए पांच से ज्यादा सदस्यों के साथ सीआईए की जांच एबटाबाद पहुंची.
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के जासूस भी इस दौरान सीआईए टीम के साथ रहे. तलाशी लेने के लिए सीआईए ने अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया ताकि दीवार और फर्श में छिपाए गए संभावित सबूतों को भी निकाला जा सके. पुलिस से बिन लादेन के ठिकाने को घेर कर सुरक्षा चक्र बनाने के लिए कहा गया था.
सीआईए टीम के आने की बात मीडिया को नहीं बताई गई. पत्रकारों और टीवी कैमरामैन को काफी दूर से ही रोक दिया गया. पाकिस्तान के रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने पाकिस्तान से सीआईए विशेषज्ञों को बिन लादेन के घर की तलाशी लेने की इजाजत देने की मांग की थी जिसे पाकिस्तान ने मान लिया. उसके बाद ही सीआईए टीम एबटाबाद पहुंची. बिन लादेन को अमेरिकी सेना के विशेष दस्ते ने इसी इमारत में मार गिराया और सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि वह कई सालों से यहां रह रहा था.
बिन लादेन के मारे जाने से पहले सीआईए टीम लंबे समय तक इस घर पर सैटेलाइट, ड्रोन विमानों और अन्य तकनीकों के जरिए नजर रखती रही. लेकिन सीधे तौर पर तलाशी लेने के लिए वह पहली बार एबटाबाद पहुंची. अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि क्या सीआईए को इस ठिकाने से कोई अहम सुराग हासिल हुआ है या नहीं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: उभ