सीरिया में गोलीबारी रोकने के आदेश, पर चारों ओर सेना
१३ मई २०११मानवाधिकार कार्यकर्ता लोआय हुसैन ने बताया कि असद के सलाहकार बौथेना शाबन ने उन्हें फोन पर यह जानकारी दी. हुसैन के अनुसार शाबन ने कहा, "राष्ट्रपति ने स्पष्ट आदेश दिए हैं कि प्रदर्शनकारियों पर गोलियां नहीं चलाई जाएंगी और जो भी इसका उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ कदम उठाए जाएंगे." हुसैन ने इससे पहले शाबन से मुलाकत कर यह मांग की थी कि सरकार हिंसा बंद करे और बातचीत से समस्या का समाधान निकाले.
सीरिया में पिछले आठ हफ्तों से जुम्मे की नमाज के बाद प्रदर्शन होते आ रहे हैं. इन्हें रोकने के लिए सरकार ने सेना तैनात की है. शुक्रवार को भी सीरिया के कई शहरों में सेना के दर्जनों टैंक तैनात हैं. राष्ट्रपति असद ने भले ही गोलीबारी ना करने की बात कही हो, लेकिन सेना के वापस लौटने के कोई आदेश नहीं दिए गए हैं. राजधानी दमिश्क में एक प्रदर्शनकारी ने बताया, "बरसात और सेना की मौजूदगी के बावजूद जुम्मे की नमाज के बाद लोग सड़कों पर उतर आएंगे."
सीरिया में 15 मार्च से प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने अब तक मारे गए 750 लोगों के नाम इंटरनेट पर डाले हैं, ताकि प्रदर्शन और भी तेज हो सकें. मानवाधिकार संगठनों ने कम से कम 8000 लोगों के लापता होने की बात कही है. माना जा रहा है कि उन्हें हिरासत में रखा गया है. दमिश्क, अलेपो और लताकिया में कई पत्रकारों को भी गिरफ्तार किया गया है.
रूस की चेतावनी
रूस के विदेश मंत्री सेरगेई लावरोव ने सीरिया में विदेशी हस्तक्षेप की बात करते हुए सीरिया को चेतावनी दी है कि वह लीबिया वाली गलती ना करें. रूस की समाचार एजेंसियों के अनुसार लावरोव ने कहा, "हमें इस बात की फिक्र है कि शांति वार्ता के प्रयासों की गति को धीरे करने की कोशिश की जा रही है." कजाकिस्तान के दौरे पर लावरोव ने कहा कि अगर सीरिया अपना रुख नहीं बदलता है, तो हो सकता है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय उसके विरुद्ध भी वैसे ही कदम उठाए जैसे लीबिया के विरुद्ध उठाए जा रहे हैं.
मार्च में जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने लीबिया पर सैन्य कार्रवाई करने का फैसला लिया तो रूस ने खुद को उस से दूर ही रखा. इस पर सफाई देते हुए लावरोव ने कहा कि ऐसा नहीं है कि रूस लीबिया मामले में संयुक्त राष्ट्र का साथ नहीं देना चाहता, लेकिन संयुक्त राष्ट्र द्वारा बल प्रयोग करने पर रूस की सहमति नहीं थी. लावरोव ने कहा, "हमने, ब्राजील, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ने जो सवाल उठाए थे, उनका हमें अब तक संतोषजनक जवाब नहीं मिल सका है."
यूरोपीय संघ ने इसी सप्ताह सीरिया के 13 नेताओं पर प्रतिबंध लगाए हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ईशा भाटिया
संपादन: ए कुमार