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सीरिया में प्रदर्शन, 24 की मौत

२ जुलाई २०११

सीरिया में देश भर में हुए प्रदर्शनों के बीच सुरक्षाबलों की फायरिंग में कम से कम 24 लोगों की जान गई है. यह मौतें विरोध प्रदर्शनों का केंद्र बने शहर होम्स और तुर्की की सीमा के निकट एक गांव में हुईं.

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In this citizen journalism image made on a mobile phone and provided by Shaam News Network, anti-Syrian President Bashar Assad protesters, hold up a banner against Assad during a demonstration against the Syrian regime, in Kfar Nebel village near the the province of Edlib, northwest Syria, on Friday July 1, 2011. Human rights activists say three people have been killed as tens of thousands of Syrians shouting for President Bashar Assad to leave office take to the streets across the country. (Foto:Shaam News Network/AP/dapd) EDITORIAL USE ONLY, NO SALES, THE ASSOCIATED PRESS IS UNABLE TO INDEPENDENTLY VERIFY THE AUTHENTICITY, CONTENT, LOCATION OR DATE OF THIS HANDOUT PHOTO
तस्वीर: dapd

मानवाधिकार के लिए काम करने वाले तुर्की के एक वकील राजान जाईतोना ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से बातचीत में बताया कि सात लोगों की होम्स शहर में मौत हुई है, जहां सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ एक बड़ी रैली निकाली गई. राजान जाईतोना के अनुसार 14 लोगों की उत्तर पश्चिमी प्रांत इदलिब में मौत हुई. तुर्की की सीमा के पास इस प्रांत में सीरियाई सुरक्षाबलों ने टैंकों और हेलिकॉप्टरों की मदद से अभियान जारी रखा हुआ हैं.

अब तक के सबसे बड़े प्रदर्शन

सीरिया में शुक्रवार को हमा शहर में भी राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए गए, जिसमें दो लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया. सीरिया में लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं के अनुसार मार्च में देश में विरोध आंदोलन की शुरुआत से अब तक यह सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन रहा. अरब टेलीविजन अल जजीरा के अनुसार सीरियाई शहर दार अल जहूर में भी जुम्मे की नमाज के बाद सीरियाई राष्ट्रपति के खिलाफ एक विरोध रैली निकाली गई, जिसमें 30 हजार लोगों ने हिस्सा लिया. प्रदर्शनकारी यह मांग कर रहे थे कि बशर अल असद सरकार छोड़ दें. इसी तरह का एक प्रदर्शन एन अल अरब में भी किया गया, जहां प्रदर्शनकारियों ने "सीरिया के लोग एक हैं और उनकी एक ही मांग है" के नारे लगाए. यू ट्यूब पर डाले गए एक वीडियो में देखा गया कि लोग हाथ में तख्तियां ले कर प्रदर्शन कर रहे हैं, जिन पर लिखा है "बशर हमारी जिंदगियों से बाहर निकल जाओ"

A Syrian T-55 Soviet made tank is positioned in the Bekaa valley near Masnaa, eastern Lebanon, Monday, April 11, 2005. Syria has undertaken to withdraw its remaining intelligence agents and 8,000 troops from Lebanon by April 30, a pullout that the United States and the U.N. secretary general have insisted on. (AP Photo/Darko Bandic)***ACHTUNG: BILD NICHT FÜR CMS-FLASH-GALERIEN BENUTZEN!!!***
तस्वीर: AP

असद का समय खत्म

दूसरी ओर अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि सीरिया के राष्ट्रपति की सरकार के हाथ से समय फिसलता जा रहा है. अमेरिकी विदेश मंत्री ने लिथुआनिया के दौरे पर पत्रकारों से बातचीत में कहा, "दमिश्क में विपक्ष के साथ बैठक आयोजित करने की अनुमति दे देना ही काफी नहीं है. मुझे सीरिया और तुर्की के पास प्रदर्शनकारियों के खिलाफ जारी हिंसा की रिपोर्टों से धक्का पहुंचा है."

मार्च में देश में प्रदर्शनों की शुरुआत के बाद से सीरिया में सरकार ने विदेशी मीडिया पर रोक लगा दी है. इस कारण देश की आंतरिक स्थिति और वहां होने वाली घटनाओं की पुष्टि संभव नहीं है. स्थानीय मीडिया और मानवाधिकार संगठनों के अनुसार सीरिया में पिछले तीन महीनों में कम से कम 1400 नागरिकों की मौत हो चुकी है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ईशा भाटिया

संपादन: ​​एन रंजन