सीरिया में हिंसा के बीच जनमत संग्रह
२६ फ़रवरी २०१२संविधान के मसौदे में राष्ट्रपति बशर अल असद की बाथ पार्टी के पांच दशक के शासन का वैधानिक अधिकार खत्म कर दिया गया है. विपक्ष का कहना है कि संशोधन मामूली हैं. वे राष्ट्रपति असद के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. विपक्ष के खिलाफ 11 महीने से चल रही पुलिस कार्रवाई में मानवाधिकार संगठनों के अनुसार 7600 लोग मारे गए हैं. सीरियाई मानवाधिकार संस्था ने कहा है कि शनिवार को ही 98 लोग मारे गए हैं जिनमें से 72 सामान्य नागरिक थे.
मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ. सीरिया में मानवाधिकारों पर नजर रखने वाली लंदन की एक संस्था ने देश भर से नई हिंसा की खबर दी है. विपक्षी गढ़ होम्स से धमाकों की आवाज सुनी गई है. सुरक्षा बलों ने शहर की तीन हफ्ते से नाकेबंदी कर रखी है. विपक्षी इलाके बाब आम्रो पर फिर से गोलाबारी हो रही है. घायल लोगों को बाहर निकालने की रेड क्रॉस की उम्मीद पर पानी फिर गया है. पूर्वोत्तर शहर डायर एजोर , हामा और इदलीब से भी धमाकों की खबर सुनाई दी है. जानकारों का कहना है कि इन शहरों में मतदान में भागीदारी कम होगी.
जनमत संग्रह के सीरिया भर में 13,835 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जा रहे हैं. 18 साल से ज्यादा उम्र के 1.4 करोड़ लोग मतदान में भाग ले सकते हैं. सीरिया की सरकारी टेलीविजन ने मतदान केंद्रों से लाइव तस्वीरें प्रसारित की हैं और कहा है कि लोग भारी संख्या में मतदान कर रहे हैं. वित्त मंत्रालय में काम करने वाली 32 वर्षीया बलसम कहीला ने एएफपी को बताया, "मैं इसलिए वोट दे रही हूं कि यह राष्ट्रपति के सुधारों का नतीजा है और यदि यह सफल हो जाता है तो हमारे यहां लोकतंत्र होगा, लीबिया और दूसरी जगहों जैसा नहीं." विदेशी पत्रकारों पर सरकार ने कड़े प्रतिबंध लगा रखे हैं और मतदान के दौरान उन्हें आवाजाही की सीमित आजादी है.
राष्ट्रपति बशर अल असद ने इस महीने के आरंभ में नए राष्ट्रीय चार्टर की घोषणा की थी जिसे वे सुधारों की संयमित प्रक्रिया का ताजा कदम बताते हैं. दमिश्क के सहयोगी रूस और चीन ने सुधारों की प्रक्रिया के लिए समर्थन व्यक्त किया है. उन्होंने ,सुरक्षा परिषद में असद सरकार के खिलाफ प्रस्ताव को वीटो कर दिया था. दमिश्क के दौरे पर गए चीन के उप विदेश मंत्री झाई जून ने कहा था, "हमें उम्मीद है कि नए संविधान पर जनमत संग्रह और आनेवाला संसदीय चुनाव शांतिपूर्ण रहेगा."
लेकिन व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्नी ने कहा, "यह दरअसल हास्यास्पद है, यह सीरिया की क्रांति का मजाक है." अमेरिका ने राष्ट्रपति असद के खिलाफ कड़ा रवैया अपना रखा है और उनके इस्तीफे की मांग करता रहा है. कार्नी ने पिछले दिनों कहा था, "सुधारों के वायदों के बाद आम तौर पर बर्बरता और बढ़ा दी गई है, और शासन ने शांतिपूर्ण प्रदर्शनों के बाद से उन्हें कभी पूरा नहीं किया है."
राष्ट्रपति असद के बनाए 29 सदस्यों वाली समिति ने संविधान में से धारा 8 हटा दी है जिसमें सत्तारूढ़ बाथ पार्टी को राज्य और समाज का अगुआ बताया गया है. नई राजनीतिक व्यवस्था बहुलवाद पर आधारित होगी, हालांकि इसमें धर्म और क्षेत्रीयता के आधार पर पार्टियों के गठन पर रोक है. संविधान में सीरिया के समाजवादी होने की धाराएं हटा दी गई हैं लेकिन अभी भी कहा जा रहा है कि आधे सांसदों को कामगार और किसान होना चाहिए.
नए संविधान के तहत राष्ट्रपति का सत्ता पर नियंत्रण बना रहेगा. वह प्रधानमंत्री और मंत्रियों की नियुक्ति करेगा और कुछ मामलों में नए कानूनों को वीटो कर सकता है, लेकिन उसके कार्यकाल को सात साल की दो अवधियों के लिए सीमित कर दिया गया है. इसका मतलब यह होगा कि असद अगले 16 साल तक सैद्दांतिक रूप से राष्ट्रपति बने रह सकेंगे.
रिपोर्टः एएफपी, डीएपीडी/महेश झा
संपादनः एन रंजन