स्मिथ के साथ शाब्दिक जंग ने जगा दियाः श्रीसंत
३ जनवरी २०११टीम इंडिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच केपटाउन में तीसरे टेस्ट के पहले दिन रविवार को शांथकुमारन श्रीसंत ने किसी तरह की माफी नहीं मांगी. वह पहले दिन सबसे सफल गेंदबाज रहे और उन्होंने 21 ओवर में 70 रन देकर दक्षिण अफ्रीका के दो विकेट चटकाए. इस सफलता का श्रेय उन्होंने स्मिथ के साथ हुई आक्रामक बातचीत को दिया.
उन्होंने रविवार का खेल खत्म होने के बाद कहा, "स्मिथ ने मुझे जगा दिया. उन्हें धन्यवाद. मैं इस सीरीज में थोड़ा सोया हुआ था. उन्होंने मुझसे कहा कि मैं अच्छा नहीं खेला. और मैंने सोचा कि मैं उन्हें आउट करने में काफी सक्षम हूं. यही था जो डरबन में हुआ था."
टीम इंडिया के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने माना, "खिलाड़ी, अंपायर, दर्शक, सभी के लिए अच्छा होगा कि हम श्रीसंत को काबू में रखें." डरबन में हुई आक्रामक बातचीत के बारे में चर्चा करने के लिए स्मिथ और धोनी ने तीसरे टेस्ट से पहले मुलाकात भी की.
दक्षिण अफ्रीका और अंपायर दोनों में से किसी ने भी बुरे व्यव्हार की शिकायत नहीं की है. लेकिन फिर भी धोनी ने कहा है कि वह श्रीसंत के गुस्से को काबू में रखने की कोशिश करेंगे.
लेकिन 27 साल के श्रीसंत ने इशारा दिया है कि वह डरबन की घटना को भूल गए हैं. "मैं पीछे नहीं देखता. मैं अभी के लिए जीता हूं. कल और आने वाले कल के लिए नहीं. मेरे दिमाग में सिर्फ अपनी योजना पर टिके रहना और स्मिथ का विकेट लेना था. बस." रविवार को श्रीसंत ने टीम इंडिया के लिए दो अहम विकेट लिए. उन्होंने हाशिम अमला को 59 रनों पर और डेविलियर्स को 26 रनों के निजी स्कोर पर आउट किया. पहले दिन का खेल खत्म होने पर दक्षिण अफ्रीकी टीम चार विकेटों के नुकसान पर 232 रन बना चुकी थी.
श्रीसंत का कहना है, "मुझे केपटाउन बहुत पसंद है और दक्षिण अफ्रीका के दर्शक भी. ईमानदारी से आपका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन और पूरे जूनून के साथ खेलना मायने रखता है. मुझे यह खेल पसंद है और मैं अपने हर काम को सबसे अच्छा करना चाहता हूं, इस संवाददाता सम्मेलन को भी."
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः ए कुमार