हमले में महिला कांस्टेबल समेत छह की मौत
१४ जनवरी २०११पश्चिमोत्तर पाकिस्तान में हंगू जिले के टूटकास कस्बे में रहने वाली पुलिस कांस्टेबल शमशाद बेगम के घर पर शुक्रवार तड़के हमला किया गया. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी खालिद खान ने बताया कि बेगम को काफी समय से तालिबान की ओर से धमकियां मिल रही थीं. यह इलाका बेहद रुढिवादी समझे जाने वाले खुर्रम एजेंसी जिले के पास पड़ता है.
स्थानीय पुलिस अधिकारी फजल हुसैन ने कहा कि रॉकेट और हथियारों से लैस लगभग दर्जन भर उग्रवादियों ने स्थानीय समय के अनुसार सुबह साढ़े तीन बजे बेगम के घर पर हमला बोला. घर में घुस कर गोलीबारी करने से पहले उन्होंने एक रॉकेट दागा. इस हमले में बेगम, उनके दो बेटे, एक बेटी और उनके पति की दो बहनें मारी गईं. हमले में उनके दो बेटे और एक बेटी घायल भी हुए.
पाकिस्तान में तालिबान उग्रवादी सुरक्षा बलों के खिलाफ काफी समय से मुहिम चला रहे हैं. आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका का साथ देने की वजह से सुरक्षा बल उग्रवादियों की नजर में चुभते हैं. तालिबान की तरफ से हाल ही में बेगम को पत्र भेजा गया जिसमें उनसे नौकरी छोड़ने को कहा गया. अफगानिस्तान से लगने वाले इस इलाके में सक्रिय उग्रवादी महिलाओं की पढ़ाई और नौकरी करने के सख्त खिलाफ हैं.
इस्लामाबाद की लाल मस्जिद पर 2007 में सुरक्षा बलों के अभियान के बाद से पाकिस्तान में आत्मघाती हमलों और बम धमाकों में लगभग चार हजार लोग मारे गए हैं. इन हमलों के लिए तालिबान और अल कायदा से जुड़े उग्रवादियों को जिम्मेदार समझा जाता है. बुधवार को ही बन्नू जिले में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक सामग्री से लदी कार पुलिस थाने में घुसा दी. इसमें 18 लोग मारे गए जिनमें ज्यादातर सुरक्षाकर्मी थे. हमले में 15 लोग घायल भी हुए. तालिबान ने यह कहते हुए इस हमले की जिम्मेदारी ली कि वह कबायली इलाकों में अमेरिका की तरफ से किए जाने वाले संदिग्ध ड्रोन हमलों का बदला ले रहा है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ए कुमार
संपादन: आभा एम