हाथी के दांत की कॉस्मेटिक सर्जरी
८ नवम्बर २०१०केरल के कन्नूर में एक हाथी के दांत की कॉस्मेटिक सर्जरी कर दी गई. 27 साल के इस हाथी के दांत में दरार पड़ गई थी जिसे ठीक करने के लिए इंसानी दांत की तर्ज पर सर्जरी की गई.
विशेषज्ञों का कहना है कि हाथी के दांत की सर्जरी ठीक उसी तरह की गई जैसे इंसान के दांत की कॉस्मेटिक सर्जरी होती है. दरार को भरने के लिए जिन रसायनों को इस्तेमाल किया गया वही रसायन मानव दांत को भरने के लिए भी प्रयोग किए जाते हैं. मानव दांत के लिए यह एक सामान्य सर्जरी होती है.
यह हाथी केरल के त्रिशुर में एक व्यापारी का है. इसके दांत में काफी साल पहले यह दरार पड़ गई थी.
हाल ही में उत्तराखंड के जंगलों में कई हाथी ट्रेन से कट कर मारे गए. जंगलों में फिरते इन जीवों की परेशानी कोई अधिकारी नहीं सुलझा पाया. 24 अक्तूबर को ही एक हाथी अपने चोटों का शिकार बन गया, वन विभाग के अधिकारी हालांकि इसे बचाने के लिए बहुत कोशिश की. लेकिन हाथियों और वन पशुओं के लिए खास डॉक्टरों में भारी कमी है. पशु रक्षा संगठनों के कार्यकर्ताओं का कहना है कि भारत में कभी कोई डॉक्टर किसी दिन हिरण की ऑप्रेशन करता है और दूसरे दिन हाथी की.
विदेशों में भारत की पहचान हाथी से की जाती है और चीन की ड्रैगन से. जहां चीन को काल्पनिक ड्रैगन के बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं, वहीं भारत को हाथी के रूप में अपनी पहचान को बचाने की पूरी कोशिश करनी है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी
संपादनः वी कुमार