हाथी दांत के अवैध बाजार में चीन आगे
११ नवम्बर २००९शान-शौक़त का प्रतीक माने जाने वाले, नक्काशी किए हुए हाथी दांतों के गहनों खऱीदने की मांग चीन में बढ़ती जा रही है जिस कारण फिर से हाथी दांत की कालाबज़ारी बढ़ी है.
हाथियों के संरक्षण और हाथीदांत के अवैध बिक्री पर में नज़र रखने में जुटे इस्मोन मार्टिन का कहना है कि "अफ़्रीका में रहने वाले चीनी नागरिक कच्चा या नक्काशी किया हुआ हाथी दांत खरीद रहे हैं. आखिरी बार जब मैं खारतुम में था, मैंने देखा कि वहां जो हाथी दांत बेचा जा रहा था उसमें 75 प्रतिशत हाथी दांत चीन से ही लाए गए थे."
चीन में बढ़ा अवैध बाज़ार
2007 में दुनिया भर में जानवरों के व्यापार पर निगरानी रखने वाली संस्था सीआईटीईएस में छपी रिपोर्ट में चेतावनी दी गई थी कि चीन को दुनिया भर में हाथीदांत के अवैध व्यापार का केंद्र बनने की वज़ह से बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है.
लंदन की पर्यावरण जांच एजेंसी के अनुसार चीनी नागरिकों को अफ़्रीका में हाथी दांत के अवैध तस्करी के लिए गिरफ़्तार भी किया गया है और उन पर ये दोष साबित भी हुए हैं. इसके अलावा हाथी दांत के तस्करी में जो संगठित अपराध गिरोह शामिल हैं जो चीन में अवैध रूप से हाथी दांत लाते हैं.
ब्रिटेन के अख़बार टेलिग्राफ को दिए गए एक इंटरव्यू में पर्यावरण जांच एजेंसी के एलन थोरनटोन ने चिंता जताते हुए कहा कि हाथी दांतों की अवैध बिक्री से चीन में इसकी मांग बहुत ज्यादा बढेगी. चीन की जनसंख्या 1.3 अरब है यदि इतनी बड़ी जनसंख्या वाले देश का एक प्रतिशत लोग भी हाथी दांत खरीदने की मांग करते हैं तो वो संख्या भी बहुत ज्यादा होगी.
अवैध व्यापार से चिंता
जिनेवा स्थित सीआईटीईएस सचिवालय ने पाया कि अफ़्रीका में व्यापार में चीनी निवासियों की संख्या बढ़ती जा रही थी. इतना ही नहीं कम गुणवत्ता वाले हाथी दांत के व्यापार में शामिल देशों के लोगों में भी मूल रूप से चीन के ही निवासी थे.
हाल के सालों मे एक ओर ज़्यादातर देश हाथी दांत के बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध की बात कर रहे हैं. दूसरी ओर चीन और जापान को वन्यजीव संरक्षण के लिए पैसे जुटाने के उद्देश्य से गैर शिकार किए हाथी दांत को खरीदने की अनुमति दी गई है.
सीआईटीसीएस के बड़े अधिकारी जॉन शेलर का कहना है कि यदि दांतों की मांग को कानूनी रूप से वैध हाथी दांत से उपलब्ध करवाया जाए तभी अपराधियों के लिए रास्ते बंद हों सकेगें. "जब हमने दो दशकों तक हाथी दांत के व्यापार पर प्रतिबंध लगाया था तब उस समय हाथियों की आबादी स्थिर थी. लेकिन चैड और लोकतांत्रिक गणराज्य कांगों में वहां के स्थानीय लोगों को ख़तरा है.अब तक दुनिया में केवल 4.000 जंगली बाघ ही बचे हुए हैं. जबकि बोत्सवाना में एक लाख 30 हज़ार जंगली हाथी रह गए". चीन के गुआंगज़्हौ के बाज़ार में खुलेआम कई दुकानें हैं जो धड़ल्ले से हल्के गहने के साथ बड़ी नक्काशी किए हुए हाथी दांत बेच रहे हैं. साथ ही इस तरह अवैध तरीके से मिलने वाले हाथी दांत का मूल्य भी तीन गुना कम है.
रिपोर्ट : एजेंसिया/ सरिता झा
संपादन: आभा मोंढे