"अगला वर्ल्ड कप नहीं खेलूंगा"
५ अप्रैल २०११तेंदुलकर ने कहा कि संन्यास का ख्याल उनके जहन में ही नहीं आया है और जब ऐसा होगा, तब वह सबको बता देंगे.
सचिन ने कहा, "मैंने उस बारे में अभी सोचा नहीं है. अगर मैं कभी इसके बारे में सोचता हूं तो इसमें छिपाने लायक कुछ नहीं है. उस दिन मैं आपको खुलेआम बताऊंगा कि मैंने क्या फैसला किया. अभी तो मैं अपने खेल का आनंद उठा रहा हूं."
क्यों लूं संन्यास
सचिन का सपना वनडे वर्ल्ड कप जीतना था, जो इस बार पूरा हो गया है. वह दुनिया के सबसे ज्यादा रन, सबसे ज्यादा शतक और सबसे ज्यादा अर्ध शतक बनाने वाले खिलाड़ी हैं. उन्होंने सबसे ज्यादा वनडे मैच खेले हैं. और भी जाने कितने रिकॉर्ड उनके नाम पर दर्ज हैं. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उनके लिए खेल का जज्बा मर गया है.
सचिन ने कहा, "क्रिकेट का जज्बा अभी नहीं मरा है. खेल के लिए प्यार पूरी तरह जिंदा है और इसी की वजह से मैंने इतने लंबे समय तक खेला है. मुझे अब ऐसा न करने की कोई वजह नजर नहीं आती. यह तो खेल का और मजा लेने का वक्त है. मैं ऐसा करने और जारी रखने के बारे में उत्सुक हूं. यह एक अद्भुत पल है और मैं इसे जीना चाहता हूं."
अगला वर्ल्ड कप नहीं
सचिन से पूछा गया कि पांच साल बाद वह खुद को कहां देखते हैं. इस पर सचिन ने कहा, "मुझे नहीं पता. मैं तब भी सचिन तेंदुलकर रहूंगा. मुझे नहीं लगता कि मैं अगले वर्ल्ड कप में खेलूंगा, लेकिन इस वक्त मैं पूरा लुत्फ उठा रहा हूं और मैं इस पल का पूरा मजा लेना चाहता हूं."
सचिन ने कहा कि यह निराला पल है और इस बात की तारीफ होनी चाहिए कि इस देश में कुछ खास हुआ है. 21 साल लंबे करियर में सचिन ने 177 टेस्ट और 453 वनडे मैच खेले हैं. उन्होंने टेस्ट मैचों में 14,692 और वनडे मैचों में 18,111 रन बनाए हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एन रंजन