आईपीएल: पाक खिलाड़ियों को न लेने पर भारत की आलोचना
२६ दिसम्बर २०१०पीसीबी के सीओओ सुभान अमहद का दावा है कि उन्होंने पाकिस्तानी खिलाड़ियों को आईपीएल में शामिल करने के बारे में भारत को पत्र लिखा था लेकिन वहां से कोई जवाब नहीं आया. सुभान अहमद ने कहा,"हमारी तरफ से हम सारे जरूरी दस्तावेज तैयार कर लिए, हम उन्हें मंजूरी से लेकर एनओसी तक हर तरह के दस्तावेज सौंपने को तैयार हो गए." उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी खिलाड़ी इन मुकाबलों में भाग लेना चाहते हैं जो खेलने वालों के लिए ढेर सारा पैसा लेकर आता है लेकिन इन मुकाबलों में खेलना या नहीं खेलना उनके हाथ में नहीं.
पीसीबी की ये प्रतिक्रिया आईपीएल के उस बयान के बाद सामने आई है जिसमें कहा गया कि अगले महीने खिलाड़ियों की नीलामी के लिए चुने गए 416 नामों में कोई पाकिस्तानी खिलाड़ी नहीं है. ये नीलामी आईपीएल के चौथे सत्र के लिए होगी जो अगले साल अप्रैल और मई महीने में खेला जाएगा. आईपीएल से जुड़े रत्नाकर शेट्टी ने सामचार एजेंसी एएफपी को बताया,"नीलामी में शामिल होने वाले खिलाड़ी को अपने देश के क्रिकेट बोर्ड के जरिए आवेदन देना होता है. पाकिस्तान की तरफ से कोई नहीं नाम नहीं आया है."
2008 आईपीएल के पहले सत्र में पाकिस्तान के 11 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था. मुंबई पर हमले के बाद 2009 के सत्र आईपीएल में सुरक्षा कारणों से वो बाहर हो गए. 2010 में आईपीएल की नीलामी में पाकिस्तानी खिलाड़ियों के लिए किसी ने बोली नहीं लगाई. इसके बाद गुस्साए पीसीबी ने इस साल जनवरी में खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने पर रोक लगा दी. इसके बाद से पाकिस्तान के एकमात्र खिलाड़ी मोहम्मद इरफान को कोलकाता नाइट राइडर्स ने अपनी टीम में अगले साल के लिए शामिल किया है. हालांकि अहमद इस बात से इंकार कर रहे हैं कि किसी पाकिस्तानी खिलाड़ी या आईपीएल टीम ने पीसीबी से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट मांगी है. आईपीएल में खेलने के लिए इस सर्टिफिकेट को होना जरूरी है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः आभा एम