आईपीएल 4 का किंग चेन्नई
२९ मई २०११चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए वर्ल्ड कप की जीत के बाद चेन्नई की जीत से बड़ा तोहफा क्या हो सकता है. लगातार दूसरी बार सुपर किंग्स ने आईपीएल का खिताब अपने नाम किया. ओपनर मुरली विजय ने सिर्फ 52 गेंदों में शानदार 95 रन बनाए. हालांकि वह सेंचुरी से सिर्फ पांच रनों से चूक गए. सलामी जोड़ी मुरली विजय और माइक हसी की शानदार शुरुआत से चेन्नई पांच विकेट पर 205 रनों का शानदार स्कोर खड़ा कर सका.
खचाखच भरे चिदंबरम स्टेडियम में चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच ओवर में ही 50 रन ठोंक दिए. बड़ा स्कोर खड़ा कर बैंगलोर को दबाव में लाने का धोनी का इरादा काम कर गया. चार चौकों और छह छक्कों की मदद से मुरली ने 95 रन बनाए लेकिन उनकी तूफानी पारी को आखिरकार अरविंद ने रोक दिया. शुरुआती बल्लेबाज हसी ने भी बढ़िया योगदान दिया. तीन चौकों और तीन छक्कों की मदद से उन्होंने 65 रन बनाए. उन्हें सैयद मोहम्मद की गेंद पर मिथुन ने लपका. धोनी ने 22 रन बनाए. चेन्नई की पारी को 205 रनों पर रोकने में अरविंद और क्रिस गेल की गेंदबाजी काम आई. दोनों ने दो दो विकेट लिए.
एकतरफा जीत
206 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बैंगलोर रॉयल चैलेंजर्स 147 रनों पर ही ढेर हो गई. चेन्नई के सामने धुआंधार बल्लेबाज गेल को रोकना सबसे अहम लक्ष्य था क्योंकि सेमीफाइल में गेल के बल्ले का ही जादू टीम के लिए जीवनदायी साबित हुआ. आर अश्विन से पहला ओवर करवाना चेन्नई के फायदे में रहा. गेल ने अश्विन की गेंद को कट करने की कोशिश में धोनी को कैच थमा दिया और शून्य पर पवेलियन लौट गए. विराट कोहली ने और सौरभ तिवारी ने बैंगलोर को सहारा देने की कोशिश की लेकिन लगातार गिर रहे विकेटों के कारण बैंगलोर पिच पर टिक ही नहीं सका.
विजय मुरली को मैन ऑफ द मैच चुना गया. उन्होंने कहा, "यह टीम बहुत खास टीम है और इसका सदस्य होना बहुत शानदार अनुभव है."
बैंगलोर के कप्तान डैनियल विटोरी ने कहा, "यह एक बहुत अच्छा खेल साबित होता, अगर हम शुक्रवार की गेंदबाजी को दोहरा पाते लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मुझे लगता है कि 160-170 रनों का पीछा किया जा सकता है लेकिन उनके ओपनर बल्लेबाज मैच हमसे दूर ले गए."
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः ए कुमार