आखिर में 'बच्चे' ने पलट दिया मैच
२६ जनवरी २०११सीजन में खराब शुरुआत करने के बाद टूर्नामेंट में आगे बढ़ने के लिए शाल्के पर अच्छे प्रदर्शन के लिए काफी दबाव था. इससे पहले मुकाबला 2-2 से बराबरी पर चल रहा था. तय समय में भी फैसला न हो सका तो मैच एक्स्ट्रा टाइम में खिंचा. अब नौबत यहां तक की आ गई थी कि एक्स्ट्रा टाइम भी खत्म हो रहा था और पेनल्टी शूट आउट की ओर बढ़ रहा था. तभी शाल्के की टीम में इस सबसे कम उम्र के खिलाड़ी ने कमाल कर दिखाया.
मैच के बाद ड्रैक्सलर ने कहा, "मैं क्या महसूस कर रहा हूं उसे शब्दों में बयान नहीं कर सकता. मुकाबला खत्म होने के पांच मिनट पहले मैं उस मैदान में पहुंचा जिस पर खेलने का हमेशा सपना देखा करता था और आखिरी मिनट में गोल कर देना आश्चर्यजनक है."
न्यूरेमबर्ग ने चौथे मिनट में ही गोल कर के मेजबान टीम को हैरत में डाल दिया. यूलियन शाइबर ने बॉक्स के भीतर से गेंद को गोल में डाला. बौखलाई शाल्के की टीम के मारियो गावरैंकोविच ने अच्छी टाइमिंग दिखाई और क्रिस्टियान पांडर से मिले पास को गोल में तब्दील कर दिया. मुकाबला 10 ही मिनट बाद बराबरी पर आ गया.
हालांकि 31वें मिनट में ही शाइबर का जादू फिर चला और चिर परिचित अंदाज में ही उन्होंने गेंद को जाल के दामन तक पहुंचा दिया. न्यूरेमबर्ग फिर आगे निकल गया. दूसरे हाफ में मेजबानों ने आक्रमण की धार तेज कर दी और इवान रैकिटिक ने मुकाबले को फिर बराबरी पर ला दिया. हालांकि हमले की बौछार भी उन्हें जीत न दिला सकी और मैच का वक्त पूरा हो गया तब खेल एक्स्ट्रा टाइम की ओर बढ़ा.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः वी कुमार