आपसी संबंधों का वोल्टेज बढ़ाते भारत पाक
१४ अप्रैल २०१२दुनिया के आगे दुश्मन की छवि रखने वाले भारत और पाकिस्तान अब रिश्ते सुधारने के रास्ते पर निकल पड़े हैं. द्विपक्षीय बैठकों में भारत और पाकिस्तान ने संबंधों को अगले स्तर पर ले जाने की दिशा में बड़े कदम उठाने के फैसले लिए हैं.
वीजा मिलना होगा आसान
दोनों देशों ने माना है सचिव स्तर पर होने वाली अगली बैठक में वीजा के नियमों में नरमी पर बातचीत की जाएगी. दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है. शुक्रवार को व्यापार मंत्री आनंद शर्मा ने पाकिस्तान के व्यापार मंत्री मखदूम मोहम्मद अमीन फहीम से मुलाकात की. बैठक के बाद दोनों ने वीजा के नियमों में नरमी बरते जाने की बात कही. शनिवार को जारी किए गए एक साझा बयान में कहा गया है, "बैठक में इस बात पर चर्चा हुई है कि इस विषय में अगले स्तर की बैठक में फैसला लिया जाएगा. यह बैठक भारत के गृह सचिव और पाकिस्तान के गृह सचिव के बीच होगी. हालांकि भारत ने इस बैठक के लिए 22 मई के बाद की तारीख देने की बात कही है, लेकिन अभी इसे तय नहीं किया गया है.
सीमा पर नया चेक पोस्ट
शुक्रवार को भारत ने पाक सीमा पर एक नया चेक पोस्ट भी शुरू किया जहां यात्रियों के लिए टर्मिनल बनाया गया है और कार्गो की सुविधा भी दी गई है. अटारी-वाघा सीमा पर बनाए गए इस खास चेक पोस्ट पर 150 करोड़ रुपयों का खर्चा आया है. इस चेक पोस्ट का मुख्य उद्देश्य सीमा पर व्यापार को बढ़ावा देना है. वे सब वस्तुएं जिनके लिए भारत और पकिस्तान के बीच व्यापार की अनुमति है, उन सब का इस चेक पोस्ट द्वारा आयत और निर्यात किया जा सकता है.
भारत करेगा बिजली का निर्यात
इस बीच पाकिस्तान सरकार ने सैद्धांतिक रूप से भारत से 500 मेगावॉट बिजली का आयात करने का फैसला लिया है. दोनों देशों के बीच बिजली के व्यापार के लिए जरूरी मूलभूत व्यवस्थाओं का खर्चा वर्ल्ड बैंक उठाएगा. वर्ल्ड बैंक की तरफ से तीन से चार करोड़ डॉलर का खर्चा उठाया जाएगा. पाकिस्तान के जल और ऊर्जा मंत्री सैयद नवीद कमर ने कहा कि पाकिस्तान ने सैधांतिक रूप से भारत से बिजली लेने का फैसला किया है ताकि देश में बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके. कमर ने शुक्रवार को भारतीय कंपनी ग्लोबल फर्म के एक दल के साथ बैठक की. बैठक के बाद कमर ने कहा, "पाकिस्तान में बिजली की कमी के कारण काफी दिक्कत है. भारत से इसका आयात मांग और आपूर्ति के अंतर को भर सकेगा. कमर ने कहा कि वह चाहते हैं कि इस मामले में शर्तें जल्द से जल्द तय की जा सकें, ताकि यह प्रोजेक्ट फौरन शुरू किया जा सके. पाकिस्तान ऊर्जा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि अगले पांच साल में आयात को 500 से बढ़ा कर पांच हजार मेगावॉट भी किया जा सकता है.
आईबी/एएम (पीटीआई)