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आर्मस्ट्रांग के टाइटल छिने

२२ अक्टूबर २०१२

अंतरराष्ट्रीय साइक्लिंग संघ यूसीआई ने अमेरिकी एंटी डोपिंग एजेंसी उसाडा के फैसले की पुष्टि कर दी है और लोकप्रिय खिलाड़ी लांस आर्मस्ट्रांग से टूअर दे फ्रांस के सात टाइटल छीन लिए हैं.

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तस्वीर: Getty Images

इंटरनेशनल साइक्लिंग यूनियन यूसीआई ने एक बयान में कहा है कि वह उसाडा की रिपोर्ट को स्वीकार करता है जिसने कहा है कि आर्मस्ट्रांग "खेल की दुनिया में देखे गए अत्यंत परिष्कृत, पेशेवर और सफल डोपिंग कार्यक्रम के मुखिया थे." जैसी कि आशंका थी यूसीआई ने जनवरी 1998 के बाद से 41 वर्षीय आर्मस्ट्रांग की सभी जीतों को निरस्त कर दिया. इनमें 1999 से 2005 तक दुनिया की सबसे मशहूर साइकल रेस टूअर दे फ्रांस की जीत भी शामिल हैं.

इसके अलावा साइक्लिंग यूनियन ने उन पर आजीवन रोक भी लगा दी है. यूसीआई के अध्यक्ष पैट मैकक्वेड ने बताया कि उनके संगठन ने उसाडा के सभी प्रतिबंधों की पुष्टि कर दी है और उन्हें मान लिया है. "हम उसाडा के सभी प्रतिबंधों को स्वीकार करते हैं और आर्मस्ट्रांग की सभी सफलताओं को अमान्य करते हैं. लांस आर्मस्ट्रांग की साइक्लिंग में अब कोई जगह नहीं है." मैकक्वेड ने कहा, "साइकल के खेल का भविष्य है और इस तरह की बात दुहराई नहीं जानी चाहिए." विवादों में घिरे मैकक्वेड ने अपने पद से इस्तीफा देने से इंकार किया.

इस महीने के शुरू में अमेरिकी एंटी डोपिंग एजेंसी उसाडा ने आर्मस्ट्रांग की डोपिंग पर 202 पेज का दस्तावेज जारी किया था और साथ ही 1000 पेज के सबूत भी जारी किए थे कि वे किस तरह से खेल इतिहास के सबसे बड़े डोपिंग कांड के केंद्र में थे. उनमें आर्मस्ट्रांग के 11 भूतपूर्व टीम साथियों की गवाही भी शामिल थी. इन गवाहियों के बाद डोपिंग के आरोपों से छुटकारा पाने की कोशिश कर रहा साइक्लिंग जगत फिर से नए संकट का शिकार हो गया.

पैट मैकक्वेड 2005 में लांस आर्मस्ट्रांग की अंतिम टूअर दे फ्रांस जीत के बाद यूसीआई के प्रमुख बने और उन्हें विश्व संस्था के एंटी डोपिंग कार्यक्रमों को बढ़ावा देने का श्रेय जाता है. उन्होंने ब्लड पासपोर्ट कार्यक्रम की भी शुरुआत की. लेकिन आर्मस्ट्रांग का मामला सामने आने के बाद उन पर यह जवाब देने का दबाव बढ़ गया है कि आर्मस्ट्रांग और उनकी टीम के साथ बिना पकड़े इतने लंबे समय तक डोपिंग करने में कैसे सफल रहे.

हाल के रहस्योद्घाटनों के बाद कैंसर को पछाड़ कर साइक्लिंग की सबसे प्रतिष्ठित खिताब जीतने का लांस आर्मस्ट्रांग का यश धुंधला पड़ा है. उनके स्पांसर ने उनका साथ तो छोड़ दी दिया है, अब इस बात की भी आशंका है कि बहुत सी कंपनियां साइक्लिंग का ही समर्थन रोक देंगी. हाल ही में नीदरलैंड के राबो बैंक ने कहा है कि वह 17 साल के सहयोग के बाद अपनी पेशेवर साइकल टीम का प्रायोजन रोक रही है. बैंक ने पेशेवर साइक्लिंग को बीमार बताते हुए कहा है कि निकट भविष्य में उसके सुधरने की उम्मीद नहीं है.

2006 में यूसीआई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले फरब्रुगेन अब उसके मानद अध्यक्ष हैं. वे आर्मस्ट्रांग के स्वर्ण काल में यूसीआई के कर्ताधर्ता थे, एक काल जिसके बारे में उसाडा का कहना है कि आर्मस्ट्रांग और उनकी टीम छुपकर या पहले से सूचना पाक डोपिंग टेस्ट से बचती रही. उनपर आर्मस्ट्रांग को बचाने के भी आरोप हैं. उनके कैंसर होने और उससे उबरने को साइक्लिंग की छवि को बेहतर बनाने का मौका समझा गया.

आर्मस्ट्रांग के टाइटल तो वापस ले लिए गए हैं, लेकिन इसकी उम्मीद कम ही है कि वे टाइटल किसी और को दिए जाएंगे. यह बात टूअर दे फ्रांस के डाइरेक्टर क्रिस्टियान प्रुडोम ने भी कही है. इसकी वजह भावी सिरदर्दों से भी बचना है क्योंकि उस जमाने में मंच पर आने वाले ज्यादातर साइक्लिस्टों पर डोपिंग के आरोप हैं. अमेरिकी अधिकारियों द्वारा आर्मस्ट्रांग पर 18 महीने की जांच के बाद कोई आपराधिक मुकदमे नहीं किए गए हैं और न हीं जांच के कागजात उसाडा को दिए गए हैं, लेकिन इसके बावजूद आर्मस्ट्रांग के स्पांसर उनपर मुकदमा कर सकते हैं.

एमजे/एएम (डीपीए, एएफपी)

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