आसान नहीं यूरोपीय रेटिंग एजेंसी बनाना
१७ अप्रैल २०१२अमेरिकी प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ यूरोपीय रेटिंग एजेंसी बनाने की परियोजना दम तोड़ रही है. कंसल्टिंग फर्म रोलांड बर्गर को इसका जिम्मा दिया गया था, लेकिन उसका कहना है कि 30 करोड़ यूरो की शुरुआती पूंजी जमा करने में उसे अब तक सफलता नहीं मिली है. इरादा तीस निवेशकों से एक-एक करोड़ यूरो इकट्ठा करने का है. नई कंपनी अमेरिका की स्टैंडर्ड एंड पूअर्स, मूडीज और फिच जैसी रेटिंग एजेंसियों को चुनौती देती. लेकिन रोलांड बर्गर की एक प्रवक्ता का कहना है कि निवेशकों के साथ बातचीत जारी है. प्रवक्ता ने कहा, "हम इस परियोजना को सही और पसंद करने लायक मानते हैं." यूरोपीय बैंकों में इसके लिए दिलचस्पी है, लेकिन अब तक किसी ने उपयुक्त वित्तीय योगदान का आश्वासन नहीं दिया है.
औपचारिक राजनीतिक समर्थन नहीं
जर्मनी के अखबार फाइनैंशियल टाइम्स डॉयचलैंड का कहना है कि कंसल्टेंसी फर्म इस परियोजना को निचले स्तर पर जारी रखना चाहते हैं. रोलांड बर्गर ने यूरोपीय रेटिंग एजेंसी बनाने की परियोजना को बड़े जोर शोर से अपने स्तर पर और बिना किसी औपचारिक राजनीतिक समर्थन के शुरू किया था. एजेंसी की कल्पना एक फाउंडेशन के रूप में की गई थी जिसका लक्ष्य मुनाफा कमाना नहीं था. इसमें निवेश के लिए वित्तीय संस्थाओं के बारे में सोचा गया था. सरकारी हिस्सेदारी की बात नहीं सोची गई थी.
जर्मनी में इसके लिए एक और पहल भी शुरू हो रही है. जर्मनी का बैर्टल्समन फाउंडेशन भी मंगलवार को एक अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी की योजना पेश कर रहा है. इसका रोलांड बर्गर की योजना पर क्या असर होगा, इस पर कंसल्टेंसी फर्म ने कोई टिप्पणी नहीं की है. लेकिन दोनों परियोजनाओं में एक अंतर यह है कि बैर्टल्समन सरकारी हिस्सेदारी की भी कोशिश कर रहा है. जर्मन सरकार इस सिलसिले में उद्योग जगत की पहल का समर्थन कर रही है. उसका मानना है कि तभी एजेंसी को बाजार में स्वीकार किया जा सकेगा. जर्मन सरकार के प्रवक्ता स्टेफेन जाइफर्ट ने कहा है कि रोलांड बर्गर की परियोजना का विफल होना अफसोसजनक होगा, क्योंकि अधिक प्रतिस्पर्धा जरूरी है.
इसी तरह की टिप्पणी ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के घरेलू बाजार के प्रभारी कमिश्नर के प्रवक्ता ने भी की है. यूरोपीय आयोग भी इस तरह की यूरोपीय एजेंसी की जरूरत मानता है, लेकिन सिर्फ गैर सरकारी पहल पर. ईयू कमिश्नर मिषेल बार्निये की प्रवक्ता ने कहा है, "आयोग रेटिंग एजेंसियों के बाजार को बहुत संकेंद्रित मानता है, अधिक प्रतिस्पर्धा और अधिक बहुलता बेहतर होगी." आयोग ने इसी उद्देश्य से नवम्बर में रेटिंग एजेंसियों के अधिक नियंत्रण का प्रस्ताव दिया है. इस प्रस्ताव में यूरोपीय आयोग ने यूरोपीय या सरकारी रेटिंग एजेंसी बनाने का सुझाव नहीं दिया था. प्रवक्ता का कहना है कि इसे व्यावहारिक नही समझा गया था क्योंकि सरकार समर्थित कंपनी हितों के नए टकराव पैदा करेगी. प्रवक्ता का कहना है कि बार्निये इस पर और विचार विमर्श के लिए तैयार हैं.
वित्तीय संकट के लिए साझी जिम्मेदारी
अमेरिकी रेटिंग एजेंसियों पर आरोप है कि उन्होंने 2008 में वित्तीय संकट पैदा करने में योगदान दिया. उन पर यूरो संकट के दौरान बाजार पर अत्यधिक प्रभाव का भी आरोप है. रोलांड बर्गर की परियोजना में अधिक पारदर्शिता है और उसका खर्च भी निवेशक खुद उठाएंगे. अमेरिकी रेटिंग एजेंसियों को उनसे धन मिलता है जिनकी रेटिंग की जाती है. यूरोपीय संघ ने रेटिंग एजेंसियों को कड़े नियंत्रण में डाल दिया है. इसकी जिम्मेदारी नियामक संस्था एसमा को दी गई है जिसका मुख्यालय पैरिस में है. इसके अलावा यूरोपीय आयोग ने तय किया है कि उद्यमों को नियमित रूप से एजेंसी बदलनी होगी ताकि हितों के टकराव की संभावना न रहे. रेटिंग एजेंसियां इसका विरोध कर रही हैं.
कंपनियों की साख का आकलन करने वाली जर्मन कंपनी क्रेडिट रिफॉर्म का कहना है कि यूरोपीय रेटिंग एजेंसी बनाना अत्यंत मुश्किल काम है. यह कंपनी पिछले दस साल से जर्मनी में सक्रिय है और अब अपना कारोबार यूरोप में फैला रही है. क्रेडिट रिफॉर्म के प्रमुख हेल्मुट रोएड्ल ने कहा है कि उनकी कंपनी एक गठबंधन में काम कर रही है और इटली, स्पेन तथा बल्गैरिया की रेटिंग एजेंसियों के साथ बातचीत कर रही है. रोएड्ल ने कहा कि दिक्कत यह है कि हर देश की अपनी रेटिंग संस्कृति है.
रोलांड बर्गर की परियोजना पर संदेह व्यक्त करते हुए रोएड्ल ने कहा कि इस तरह का बड़ा निवेश करने वाली कंपनियां कभी न कभी मुनाफा भी चाहेंगी. इसमें मुझे संदेह है. रोएड्ल ने कहा कि रेटिंग एजेंसी इसलिए चलती हैं कि निवेशकों को उस पर भरोसा होता है. अमेरिकी एजेंसियां सालों से बाजार में सफल हैं. उन्होंने कहा, "मूडीज, स्टैंडर्ड् एंड पूअर्स और फिच की आप कितनी भी शिकायत करें, अंत में सब उन्हें ही पूछेंगे."
क्रेडिट रिफॉर्म का मुख्य कारोबार कंपनियों के बारे में जानकारी रखना है. विक्रेता अपने ग्राहकों और उनकी साख के बारे में क्रेडिट रिफॉर्म से जानकारी हासिल कर सकते हैं. यह कंपनी रेटिंग एजेंसी के रूप में कंपनियों, फंड और बॉन्ड का आकलन करती है
रिपोर्टः महेश झा (डीपीए, रॉयटर्स)
संपादनः एन रंजन