इंग्लैंड के खिलाफ अतिरिक्त स्पिनर के साथ उतरेगा भारत
२३ फ़रवरी २०११भारत को अपने पहले ग्रुप मैच में बांग्लादेश के खिलाफ जीत मिली थी, लेकिन तेज गेंदबाजी और फील्डिंग के मामले में उसे अभी सुधार करना है. जिस तरह से अब तक के मैचों में स्पिन गेंदबाजों का बोलबाला रहा है, उसे देखते हुए इंग्लैंड के खिलाफ बेंगलौर के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जाने वाले मैच में भारत एक अतिरिक्त स्पिनर को अंतिम ग्यारह में शामिल कर सकता है.
जिम्बाब्वे ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में पांच स्पिनरों का इस्तेमाल किया और वर्ल्ड चैंपियन को तेजी से रन नहीं बनाने दिए. इस मैच में जिम्बाब्वे के स्पिनर रेमंड प्राइस, प्रोसपर उत्सेया और ग्रेम क्रेमर ने मिलकर 30 ओवर किए और 127 रन दिए.
वर्ल्ड कप में अपने पहले मैच में बांग्लादेश के खिलाफ भारत तीन सीमर और एक स्पिनर (हरभजन सिंह) के साथ उतरा था, लेकिन यह मेल सही नहीं रहा और भारत को पूरे मैच में एक और स्पिन गेंदबाज की कमी खली. तेज गेंदबाज शांतानुकुमारन श्रीसंत ने पांच ओवरों में 53 रन लुटा दिए. हालांकि इससे टीम पर फर्क नहीं पड़ा, क्योंकि उसके बल्लेबाजों ने 370 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था.
लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ जीत के लिए भारत को पूरा जोर लगाना पड़ेगा, क्योंकि इंग्लैंड के पास बेहतरीन बल्लेबाजों की पूरी जमात है. कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस और जॉनेथन ट्रॉट ने मंगलवार को नीदरलैंड्स के खिलाफ मैच में अर्धशतकीय प्रहार किए थे. केविन पीटरसन, इयॉन बेल, पॉल कॉलिंगवुड और रवि बोपारा ने भी इस मैच में उल्लेखनीय योगदान दिया था. गेंदबाजी में ग्रीम स्वान ने भी अपने 10 ओवरों में केवल 35 रन देकर दो विकेट लिए थे.
इंग्लैंड के बल्लेबाजों की असली परीक्षा भारतीय गेंदबाजों के सामने होगी, क्योंकि भारत इस मैच में एक सीम गेंदबाज के स्थान पर ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन या फिर लेग स्पिनर पीयूष चावला को शामिल कर सकता है.
भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले ने एक अखबार में अपने कॉलम में लिखा " हालांकि अभी टूर्नामेंट शुरू हुआ है और यह कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन भारतीय टीम को अपनी गेंदबाजी में सुधार लाना होगा." उन्होंने कहा, " अगर श्रीसंत को नई गेंद देने के बारे में विचार किया जाता है तो श्रीसंत को विकेट लेने होंगे, वरना टीम को अपनी योजना बदलनी पड़ेगी."
अंतिम ग्यारह में स्पिनर की जगह के लिए 22 वर्षीय पीयूष चावला का दावा सबसे मजबूत नजर आता है, क्योंकि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वॉर्म अप मैच में शानदार गेंदबाजी की थी और 31 रन देकर चार विकेट लिए थे. अपने इस प्रदर्शन के बाद चावला पहले ही भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की दाद हासिल कर चुके है. धोनी ने कहा, "लेग स्पिनर बल्लेबाज को परेशानी में डाल सकता है. चावला की गेंदों में अच्छा टर्न है और उनके प्रदर्शन में निरंतरता है. इसके साथ ही लेग स्पिनर के टीम में होने से कप्तान के पास विकल्प बढ़ जाते हैं."
धोनी ने कहा, "चावला के टीम में चयन की एक वजह यह भी है कि वह बल्लेबाजी भी कर सकते हैं. टीम में सभी प्रतिभावान खिलाड़ी हैं जिससे यह तय करना मुश्किल होता है कि किसे अंतिम ग्यारह में शामिल करें और किसे बाहर बैठाएं."
भारत के पास युवराज सिंह, यूसुफ पठान और वीरेंद्र सहवाग के रूप में पार्ट टाइम स्पिनर भी हैं. इंग्लैंड के खिलाफ भारत दो सीमर के साथ ही उतरेगा और ये सीमर जहीर खान और मुनाफ पटेल होंगे.
इस वर्ल्ड कप में अब तक न्यूजीलैंड के डेनियल विटोरी और जिम्बाब्वे के एल्टन चिगुम्बुरा ने गेंदबाजी की शुरुआत की है. भारतीय कप्तान के पास भी इस तरह के विकल्प हैं कि वह स्पिनरों से गेंदबाजी की शुरुआत करवा सकते हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एस खान
संपादनःएन रंजन