इंडोनेशियाः कुदरत के कहर ने ली 300 जानें
२७ अक्टूबर २०१०इंडोनेशिया का सुमात्रा द्वीप एक बार फिर विनाशकारी समुद्री लहरों सुनामी की चपेट में आ गया. सोमवार को देर रात समुद्र में आए जबरदस्त भूकंप के कारण उठी सुनामी ने समुद्र तट से 600 मीटर अंदर तक के इलाके में जमकर कहर बरपाया. लगभग 10 मीटर ऊंची समुद्री लहरों में 272 लोगों की जान चली गई जबकि 412 लोग लापता है.
इंडोनेशिया सरकार ने समुद्र में रिक्टर पैमाने पर 7.7 की तीव्रता वाला भूकंप आने के तुरंत बाद सुनामी की चेतावनी जारी कर दी थी. इस कारण से काफी अधिक संख्या में पर्यटकों को सुरक्षित बच निकलने का मौका मिल गया. इस बीच सुनामी में लापता हुए नौ ऑस्ट्रेलियाई पर्यटकों के सुरक्षित बचने की जानकारी मिली है.
पश्चिमी सुमात्रा आपदा नियंत्रण केंद्र के प्रमुख हारमेन स्याह ने बताया कि दक्षिण पगाई द्वीप में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. इस इलाके में समुद्र तट से 600 मीटर अंदर तक पानी आने के कारण दर्जनों गांव पूरी तरह से तबाह हो गए है. अधिकारियों के मुताबिक सुनामी में लगभग 42 हजार लोग बेघर हो गए जिन्हें पास के शहर योग्यकार्ता में बनाए गए अस्थाई शरणार्थी शिविरों में रखा गया है. हजारों लोगों के अभी भी प्रभावित इलाकों में फंसे होने की आशंका है.
इंडोनेशिया सरकार ने राहत सामग्री और बचावकर्मियों से लैस हवाईजहाजों और हेलीकॉप्टरों को सुमात्रा की ओर रवाना कर दिया है. राष्ट्रपति सुसीलो बामबांग युधोयोनो देश में दो दो प्राकृतिक आपदाओं की सूचना मिलते ही वियतनाम यात्रा बीच में ही छोड़कर स्वदेश रवाना हो गए हैं.
सुनामी आने के 24 घंटे के भीतर ही मध्यवर्ती द्वीप जावा में स्थित देश के सबसे सक्रिय ज्वालामुखी मांउट मेरापी ने तीन जबरदस्त विस्फोटों के साथ लावा उगलना शुरू कर दिया. कल शाम छह बजे ज्वालामुखी में विस्फोटों के बाद इससे डेढ़ किलोमीटर की ऊंचाई तक राख और लावा फिक रहा है, इसकी चपेट में आने से 25 लोगों की मौत हो गई जबकि हजारों लोग बेघर हो गए हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इंडोनेशिया में एक साथ दो प्राकृतिक आपदाओं में सैकड़ों लोगों के हताहत होने पर अपनी संवेदना जताई है. उन्होंने संकट की इस घड़ी में इंडोनेशिया को हर संभव मदद देने का भरोसा दिलाते हुए सुनामी और ज्वालामुखी विस्फोट के कारण नवंबर में जकार्ता यात्रा रद्द न करने की बात कही है. इसके अलावा पोप बेनेडिक्ट 16 वें ने भी सभी देशों से इंडोनेशिया की मदद करने की अपील की है.
इंडोनेशिया में सुनामी के कहर का यह तीसरा हमला है. इससे पहले पिछले साल सुमात्रा द्वीप पर आई सुनामी में 1100 लोग मारे गए थे. जबकि सुनामी का सबसे भीषण स्वरूप 2004 में देखने को मिला था जिसमें समूचे एशिया महाद्वीप में तबाही मचाई थी. इसमें अकेले इंडोनेशिया में ही 1.68 लाख लोग मारे गए थे.
रिपोर्ट: एजेंसियां/निर्मल
संपादन: महेश झा