इंडोनेशिया में सूनामी और ज्वालामुखी का कहर
२६ अक्टूबर २०१०इंडोनेशियाई द्वीपों पर आई इस सूनामी में दस गांव तबाह हुए. ऑस्ट्रेलियाई और जापानी पर्यटक भी चपेट में आए हैं. इसके अलावा इंडोनेशिया के जावा द्वीप पर सुप्त ज्वालामुखी मेरापी भी फूट पड़ा है और इससे गर्म राख निकल रही है. कई हजार स्थानीय लोग सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं. सोमवार को स्थानीय अधिकारियों ने बूढ़े लोगों और बच्चों को सुरक्षित स्थानो पर भेजा.
सुमात्रा के पश्चिम में मेंतावाई द्वीप पर 7.7 तीव्रता वाला भूकंप आया जिससे समंदर में 10 फीट ऊंची लहरें उठीं जो दस गांवों को अपने साथ बहा कर ले गईं. ऑस्ट्रेलियाई पर्यटकों ने बताया कि उनकी एक नाव भी बह गई जिसमें 15 लोग सवार थे. इनमें से कई लोग जान बचाने के लिए पेड़ों पर चढ़ गए. मेंतावाई द्वीप के सांसद हेंदरी दोरी साताको ने बताया, "हमारी ताजा जानकारी के मुताबिक 108 लोगों की मौत हो गई है जबकि 500 लापता हैं. आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता अगोलो सुपार्तो ने बताया कि दस गांव सूनामी में बह गए हैं."
इंडोनेशिया प्रशांत क्षेत्र में ऐसे इलाके में हैं जहां अकसर भूकंप आते हैं. पिछले साल पतांग में आए 7.6 तीव्रता वाले भूकंप के कारण लगभग 1,100 लोगों की मौत हो गई. इससे पहले 2004 में 9.3 तीव्रता वाले भूकंप से सुमात्रा और आसपास आई सूनामी से अकेले इंडोनेशिया में 168,000 लोग मारे गए.
स्वास्थ्य मंत्रालय के आपदा केंद्र के प्रमुख मुजीदहार्तो का कहना है कि मेंतावाई में समंदर की लहरें तीन मीटर तक की ऊंचाई तक पहुंच गईं. उन्होंने बताया, मुंतेई गांव में 80 प्रतिशत इमारतों को लहरों से नुकसान हुआ है. बहुत से लोग लापता हैं. सूनामी प्रभावित इलाकों से लिए स्वास्थ्य कर्मियों को रवाना कर दिया गया है. हेलीकॉप्टर भी भेजे जा रहे हैं लेकिन संधार के साधन ध्वस्त होने के कारण राहत और बचाव के काम में मुश्किलें आ रही हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य