इलाज पूरा, घर लौटने को बेताब युवराज
१८ मार्च २०१२भारतीय क्रिकेट सितारे को फेफड़ों के पास कैंसर था, जिसके लिए अमेरिका के बोस्टन शहर में कीमोथेरेपी की गई. उन्होंने इलाज पूरा होने के बाद ट्वीट किया, "कीमो का तीसरा चक्र पूरा हो गया है और मैं अस्पताल से लौट आया हूं. अब मैं आजाद हूं. अब तंदुरुस्ती हासिल करनी है. मैं घर लौटने का और इंतजार नहीं कर सकता."
वर्ल्ड कप में सबसे अच्छे खिलाड़ी का तमगा जीत चुके युवराज की बीमारी के बारे में पिछले साल ही पता लगा था. शुरू में कहा गया कि उन्हैं कैंसर नहीं है लेकिन बाद में पता चला कि ट्यूमर जानलेवा साबित हो सकता है. उसके बाद इस साल जनवरी में युवराज अमेरिका पहुंचे, जहां उनका इलाज किया गया. डॉक्टरों का दावा है कि उनकी बीमारी पूरी तरह ठीक हो सकती है और वह ग्राउंड पर भी लौट सकते हैं.
युवराज ने ट्वीट किया, "आप सबको मैं अपने दिल की गहराइयों से शुक्रिया कहना चाहता हूं क्योंकि आपने मेरे बारे में सोचा और अपना प्यार दिया. मुझे पक्का यकीन है कि डॉक्टरों के इलाज के साथ उन दुआओं ने भी मदद की."
इलाज के दौरान युवराज ने हौसला बढ़ाने के लिए अमेरिकी साइक्लिस्ट लांस आर्मस्ट्रांग की किताब पढ़ी. आर्मस्ट्रांग कैंसर से लड़ने वाले सबसे बड़े खिलाड़ी के रूप में जाने जाते हैं. उन्होंने कैंसर का इलाज कराने के बाद लगातार सात बार टूअर डी फ्रांस प्रतियोगिता जीती थी. इस बेहद जटिल प्रतियोगिता में कई दिनों तक साइकिल चलानी पड़ती है. उनका रिकॉर्ड आज भी कोई नहीं तोड़ पाया है.
युवराज के इलाज के दौरान आर्मस्ट्रांग ने भी उन्हें शुभकामनाएं भेजी हैं. इसके अलावा दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों ने लगातार युवी की तरफ अपना प्यार उड़ेला है. यहां तक कि भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले अचानक एक दिन युवराज से मिलने अमेरिका पहुंच गए. युवी ने कुंबले के साथ अपनी एक तस्वीर भी पोस्ट की. इलाज के दौरान उनके बाल गिर गए और युवराज ने वैसी तस्वीर भी ट्विटर पर लगाई.
पिछले साल के वर्ल्ड कप में युवराज को मैन ऑफ द टूर्नामेंट आंका गया था. उन्होंने नौ मैचों में 15 विकेट लिए और 362 रन बनाए. हालांकि वर्ल्ड कप के बाद से ही वह बीमार चल रहे हैं. नवंबर के बाद से उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है.
रिपोर्टः पीटीआई, एएफपी/ए जमाल
संपादनः एन रंजन