इस साल भी उतरी पुतिन की कमीज
२६ अगस्त २०११कम से कम रूसी मीडिया के कैमरों को तो इस बात की हूक लगी हुई थी कि कब पुतिन कमीज उतारें और कब उनके नंगे बदन की तस्वीरें मिलें.
व्लादीमीर पुतिन हर साल गर्मियों में छुट्टियां मनाने के लिए कहीं न कहीं जाते हैं. और तब उनकी कई मनोरंजक तस्वीरें अखबारों में छपती हैं. मसलन पिछले साल एक तस्वीर में वह बिना कमीज और हाथ में राइफल लिए घोड़े पर सवारी करते नजर आए थे. एक दो तस्वीरें ऐसी जरूर होती हैं जिनमें ब्लैक बेल्ट जूडो चैंपियन पुतिन कमीज उतारे दिखाई देते हैं. इन तस्वीरों का मीडिया को हर साल इंतजार होता है. यह कुछ वैसा ही है जैसे भारत में सलमान खान को लेकर होता है. जब लोग सलमान खान की फिल्म देख रहे होते हैं तो उन्हें उस सीन का इंतजार रहता है जिसमें सलमान खान अपनी कमीज उतारते हैं.
तो इस साल भी लोग पुतिन की कमीज के उतरने का इंतजार कर रहे थे. और पुतिन ने इस बार कुछ देर से ही सही, लोगों की तमन्ना पूरी कर दी है.
नई तस्वीरों में पुतिन एक डॉक्टर के पास नंगे बदन बैठे नजर आ रहे हैं. पश्चिमी रूस के स्मोलेंस्क इलाके में वह एक डॉक्टर को अपनी एक चोट दिखा रहे थे. वह अपने पसंदीदा खेल जूडो खेलने से पहले वर्जिश करते हुए चोट खा बैठे.
फालतू की बात नहीं
इस घटना के बारे में पुतिन की आधिकारिक वेबसाइट पर लिखा गया है. पुतिन ने डॉक्टर से कहा, "मेरे कंधे में खिंचाव है. क्या आप इसे देख सकते हैं?" डॉक्टर ने कहा, "बेशक, आइए देख लेते हैं."
फिर डॉक्टर ने पुतिन के कंधे को एक दो बार हिलाया डुलाया और उन्हें एक क्रीम लिखकर दे दी.
ये सारी बातें बाहरी लोगों को फिजूल की लग सकती हैं लेकिन पुतिन और उन्हें वोट देने वालों के लिए ये तस्वीरें और ये बातें संदेश देने लेने का जरिया है.
जानकार कहते हैं कि पुतिन ऐसा अपनी एक खास छवि बनाए रखने के लिए करते हैं. रूस में दिसंबर में संसदीय चुनाव होने हैं. अगले साल मार्च में वहां राष्ट्रपति चुनाव होने हैं. अभी कुछ तय नहीं है लेकिन रूस में बहुत से लोग कयास लगा रहे हैं कि दो बार देश के राष्ट्रपति रह चुके पुतिन फिर से पद पाना चाहते हैं. इसलिए वह लगातार खबरों में बने रहना चाहते हैं. इसके अलावा वह अपने वोटरों को यह संदेश देना चाहते हैं कि उनका नेता हट्टा कट्टा और तंदुरुस्त है.
इस बारे में मीडिया में दिलचस्प खबरें और टिप्पणियां छप रही हैं. अखबार कोमेरसांट लिखता है, "अंदरूनी रूस के लोग अब इस बात को जानकर खुश हो सकते हैं कि व्लादीमीर पुतिन भी स्थानीय डॉक्टरों के हाथों में अपने आप को सौंपने से नहीं डरते."
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः महेश झा