मॉस्को के मेगा विस्तार की तैयारी
५ अगस्त २०११इस पूरे निर्माण की निगरानी 75 वर्षीय रेसिन ही करेंगे. वह इस बात से खुश हैं कि एक करोड़ से ज्यादा की आबादी वाले मॉस्को को उसके मौजूदा आकार से लगभग ढाई गुना और बढाया जाएगा. शहर के क्षेत्रफल में 1,460 वर्ग किलोमीटर का इजाफा कर उसे 2,530 वर्ग किलोमीटर किया जाएगा.
इतने बड़े विस्तार की घोषणा बिना कोई पूर्व सूचना की गई है जिससे मॉस्को के बहुत से लोग खफा हैं. एक महीना भी नहीं हुआ है जब रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने शहर के आकार को बढ़ाने की मांग की और फिर एक योजना सौंपी गई. विशेषज्ञों का मूल्यांकन? आम लोगों की भागीदारी? सार्वजनिक बहस? कुछ नहीं हुआ.
आलोचकों का कहना है कि लोगों को अपनी जमीनें खोने का डर है. आसपास के शहरों की स्वायत्तता खत्म हो जाएगी. इसके अलावा सामाजिक रूप से कई तरह के विस्फोटक परिणाम देखने को मिलेंगे. मीडिया ने इसे 'ऑपरेशन मेगा-मॉस्को' का नाम दिया है.
मॉस्को की एक पत्रिका कॉमरसांत व्लास्त लिखती है कि इस तरह की विस्तार योजनाओं को उसी बेहद गोपनीय ढंग से तैयार किया जाता है, जिस तरह प्रधानमंत्री व्लादिमीर पुतिन काम करते हैं. वह खुफिया एजेंसी केजीबी के अफसर जो रहे हैं.
बहुत 'छोटा है मॉस्को'
बताया गया है कि रूसी काले सागर के सोची रिसॉर्ट में 2014 के विंटर ओलंपिक पर जो 24 अरब यूरो की रकम खर्च होनी है, वह तो मॉस्को के विस्तार पर होने वाले खर्च की तुलना में बहुत ही कम है. एक अखबार के साथ इंटरव्यू में रेसिन ने कहा, "शहर का मौजूदा आकार किसी भी चीज यानी नई सड़कों, कारोबार और इमारतों के लिए बहुत छोटा है."
शहर प्रशासन को भी पुराने सिटी सेंटर से नए मॉस्को में ले जाया जाना है. विस्तार योजना का यह हिस्सा शहर के ज्यादातर लोगों को पसंद है. बहुत से लोगों को शिकायत रहती है कि जब सरकारी अधिकारी किसी जगह जल्दी पहुंचना चाहते हैं तो शहर के बड़े राजमार्ग बंद कर दिए जाते हैं जिससे उन्हें परेशानी होती है. साथ ही गाड़ियों पर लगी चमकती बत्तियां और लगातार बजती सायरन की आवाजें भी उन्हें पसंद नहीं है.
मॉस्को का विस्तार शुरुआत में शहर की आबादी में ढाई लाख का इजाफा करेगा. लेकिन जानकारों को उम्मीद है कि बाहर से आकर लाखों लोग शहर में बसेंगे.
क्रेमलिन का क्या होगा
शहर में आधिकारिक तौर पर रिहाइश हासिल करना आसान नहीं है. वैसे यह शहर बहुत से रूसी लोगों को अपनी तरफ खींचता रहा है क्योंकि वहां नौकरी के बेशुमार अवसर हैं और अच्छी तनख्वाह भी मिलती है. मॉस्को के विस्तार के तहत जिस इलाके को शहर में मिलाना है वह दक्षिण पश्चिम की तरफ पड़ता है. रेसिन का कहना है, "भविष्य में हम मॉस्को को सीधे तौर पर ऐतिहासिक जिला, पर्यटन स्थल और मौज मस्ती की जगह कहेंगे."
यह अभी साफ नहीं है कि क्या मॉस्को के बीचोंबीच बने किलेनुमा ऐतिहासिक परिसर क्रेमलिन को पूरी तरह सैलानियों के लिए खोला जाएगा. अभी तक क्रेमलिन के कुछ चर्च, शस्त्रागार और कॉन्सर्ट हॉल ही पर्यटक देख सकते हैं. क्रेमलिन में ही राष्ट्रपति मेदवेदेव का सरकारी निवास है. उन्होंने राष्ट्रपति भवन को किसी दूसरी जगह ले जाने के बारे में कुछ नहीं कहा है.
मेदवेदेव शहर के विस्तार की एक वजह यह भी बताते हैं कि उसे फ्रैंकफर्ट या लंदन जैसा अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केंद्र बनाने की बहुत जरूरत महसूस की जा रही थी.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः महेश झा