ऑस्ट्रेलिया: फेडरर जीते, सानिया हारीं
१७ जनवरी २०११नीले टर्फ पर खेले जाने वाले ऑस्ट्रेलियन ओपन के पहले दिन नामी खिलाड़ियों ने तूफानी खेल दिखाया. फेडरर, शारापोवा और एंडी रोडिक विपक्षी खिलाड़ियों पर बाघ की तरह झपटे. मौजूदा चैंपियन और चार बार ऑस्ट्रेलियन ओपन जीत चुके फेडरर ने स्लोवाकिया के लुकास लैको को 6-1, 6-1, 6-3 से पीट दिया.
फेडरर का शानदार खेल
सोमवार को उनके खेल में कहीं कोई कमी नहीं दिखी. फेडरर अब तक ऑस्ट्रेलियन ओपन में कभी भी पहले राउंड से बाहर नहीं हुए हैं. जीत के बाद उन्होंने ने कहा, ''मैं जीत से ज्यादा हार को याद रखता हूं. पिछले एक साल में मैं बहुत ज्यादा मैच नहीं जीत सका हूं. शायद यही वजह है कि मैं हार याद रखने लगा हूं. ऐसा नहीं है कि आप हार को हमेशा याद रखते हैं. हार कई घंटे या कई दिन तक सोच में रहती हैं. लेकिन मेरे साथ हार की याद अब कुछ ज्यादा ही लंबे वक्त से रह रही हैं.''
स्विस चैंपियन जैसी ही धाकड़ शुरुआत अमेरिका के एंडी रोडिक ने भी की. उन्होंने चेक रिपब्लिक के जान हाजेक को 6-1, 6-2, 6-2 से परास्त किया. विम्बलडन में सबसे लंबा मैच खेलने का रिकॉर्ड बनाने वाले फ्रांसीसी निकोला माहुत ने मेलबर्न में जीत दर्ज करने में ज्यादा वक्त नहीं लगाया. सवा घंटे के भीतर उन्होंने ब्रायन दाबुल को हरा दिया.
महिलाओं के मुकाबले
शीर्ष महिला खिलाड़ियों के मुकाबले भी आसान ही रहे. रूसी टेनिस स्टार मारिया शारापोवा ने थाइलैंड की तामाराइन तानासुगर्न को डेढ़ घंटे के भीतर घर वापस भेज दिया. 2008 में ऑस्ट्रेलियन ओपन जीत चुकीं शारापोवा ने तानासुगर्न को 6-1, 6-3 से हराया.
वहीं, भारतीय टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा पूर्व चैंपियन और संन्यास से लौटी जस्टिन हेनिन के आगे पटाखा साबित हुई. सानिया ने शानदार खेल दिखाते हुए पहला सेट 7-5 से जीता. लेकिन 10 से ज्यादा ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुकीं बेल्जियम की हेनिन ने फिर जोरदार वापसी की और हैदराबादी स्टार को रौंद दिया. नतीजा 5-7, 6-3, 6-1 रहा.
अन्य मुकाबलों में शीर्ष वरीयता प्राप्त कारोलिन वोत्सनिआकी ने डबल्स की टॉप सीड गिसेला डुल्को को 6-3, 6-4 से हराकर खुद को दूसरे दौर में पहुंचाया. वहीं बीते साल फ्रेंच ओपन जीतकर इतिहास रचने वाली फ्रांचेस्का शियावोने को जीत के लिए खूब जोर लगाना पड़ा. स्पेन की सांतोन्या ने पहले सेट में उनकी हालत खराब कर दी. टाई ब्रेकर तक खींचे मुकाबले में आखिरकार शियावोने को जीत मिल ही गई.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: वी कुमार