ओबामा ने रोजगार योजना पेश की
९ सितम्बर २०११अमेरिकी संसद के साझा सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने जोशीले और प्रभावशाली लहजे में कहा, "मैं कांग्रेस को एक योजना भेज रहा हूं जिसे आपको तुरंत पास कर देना चाहिए. इसका नाम है अमेरिकन जॉब्स एक्ट.''
''आपको रोजगार की यह योजना तुरंत पास कर देनी चाहिए. सवाल यह है कि देश में जारी इस समस्या को लेकर हम अपना राजनीतिक सर्कस बंद कर सकते हैं और वाकई अर्थव्यवस्था की मदद के लिए कुछ कर सकते हैं."
नौकरियां देनी है
राष्ट्रपति चाहते हैं बेरोजगारों की नौकरी मिले. आम लोगों की जेब में पैसा आए. राष्ट्रपति ने कहा, "इससे निर्माण, टीचिंग, वेटर्न और लंबे समय से बेरोजगार बैठे लोगों के लिए नौकरियां बढ़ेंगी. इसके तहत नए कर्मचारियों को लेने वाली कंपनियों को टैक्स में राहत दी जाएगी. हर कर्मचारी और छोटे व्यवसायी के पेरोल टैक्स में आधी कटौती की जाएगी."
2008-2009 की विश्वव्यापी मंदी से निकलने की कोशिश करते अमेरिका का रोजगार बाजार अब भी धरातल से जरा सा ऊपर है. 9.1 फीसदी वयस्क बेरोजगार हैं. 60 लाख अमेरिकी भी बुरी आर्थिक स्थिति में हैं. ये लोग नौकरी जाने पर मिलने वाला बीमा भी खो सकते हैं. ऐसे लोगों के लिए ओबामा 50 अरब डॉलर की योजना नए सिरे से लेकर आए हैं.
इन योजनाओं के लिए पैसा कहां से आएगा, इसका जवाब देते हुए राष्ट्रपति ने कहा "अब तक हमने 500 से ज्यादा सुधार बिंदु ढूंढ लिए हैं जिनके जरिए अगले कुछ सालों में हम अरबों डॉलर बचा सकते हैं."
आधारभूत संरचना में निवेश
बीते एक दशक में अमेरिका आधरभूत संरचना के मामले में भी दुनिया के कई देशों से पिछड़ गया है. ओबामा चाहते है कि सरकार देश की आधारभूत संरचना को दुरुस्त करने में भारी पैसा खर्च करे. आधारभूत संरचना के लिए 105 अरब डॉलर खर्च करने का प्रस्ताव रखा है, "योजना से विकास को बढ़ावा मिलेगा. एक विश्वस्तरीय परिवहन व्यवस्था लागू होगी." 35,000 स्कूलों के आधुनिकीकरण का भरोसा भी दिलाया गया है.
ओबामा चाहते हैं कि विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी उनके प्रस्ताव का समर्थन करें. लेकिन विपक्ष ने ओबामा के प्रस्ताव को अर्थव्यवस्था सुधारने के बजाए चुनाव जीतने की योजना करार दिया है. अमेरिका में 14 महीने बाद राष्ट्रपति चुनाव होने हैं. ओबामा की लोकप्रियता में हाल के दिनों में भारी गिरावट आई है. आरोप लग रहे हैं कि वह आर्थिक समीकरणों को ठीक से हल करने में असफल हो रहे हैं.
ओबामा की चुनौती और चाल
राष्ट्रपति अगले हफ्ते प्रस्ताव को कांग्रेस के सामने पेश करेंगे. रिपब्लिकन पार्टी के मुताबिक योजना फिलहाल एक लच्छेदार भाषण से ज्यादा कुछ नहीं दिखाई पड़ रही है. राष्ट्रपति ने ठोस बिंदु सामने नहीं रखे. माना जा रहा है कि ओबामा की योजना में अभी कुछ बड़े छोटे बदलाव हो सकते हैं.
सदन में रिपब्लिकन पार्टी के स्पीकर जॉन बोएह्नर कहते हैं कि राष्ट्रपति के प्रस्ताव अच्छे सुझाव हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि डेमोक्रैट्स और रिपब्लिकन मिलकर इस बिल पर काम करेंगे. लेकिन विपक्षी पार्टी के अन्य नेताओं ने ओबामा के भाषण को पसंद नहीं किया. जॉर्जिया के प्रतिनिधि पॉल ब्रॉन ने ट्वीट किया, "यह राजनीतिक की गहरी समझ और युद्ध के दांव हैं."
विश्लेषकों का मानना है कि प्रस्ताव के जरिए ओबामा ने एक बड़ी राजनीतिक चाल भी चली है. अगर रिपब्लिकन प्रस्ताव को नकार देते हैं तो चुनाव प्रचार के दौरान ओबामा उन्हें अर्थव्यवस्था का रोड़ा बता सकते हैं. अगर विपक्ष मान गया तो योजना की मलाई ओबामा को ही मिलेगी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ईशा भाटिया