ओलंपिक के लिए भारत से टेनिस की दो टीमें
२१ जून २०१२गुरूवार को लंदन ओलंपिक के लिए नामांकन देने की आखिरी तारीख थी. टेनिस के दिग्गजों पेस और भूपति के विवाद को खत्म करते हुए आएटा ने ऐन मौके पर चार नाम भेज दिए हैं. आएटा ने कहा है कि वह पेस के बिना नाम नहीं भेजना चाहता था. पेस की तरफ से अभी इस फैसले पर कोई प्रतिक्रया नहीं आई है, लेकिन उनके पिता ने कहा है कि पेस को यह फैसला नामंजूर हो सकता है. वीसी पेस ने न्यूज चैनल एनडीटीवी से बातचीत में कहा, "कल आपस में मिल कर बात को निपटा लेने का फॉर्मूला अपनाया गया. लिएंडर ने कहा था कि वह कोई समझौता नहीं करेंगे. अब उनके आदर्शों के आगे सवाल खड़ा हो गया है - उनकी भावनाएं कहेंगी कि वह खेलना चाहते हैं, लेकिन आदर्श उन्हें ऐसा करने से रोकेंगे."
होगी कार्रवाई
टीमों की घोषणा करते हुए आएटा के अध्यक्ष अनिल खन्ना ने कहा, "आएटा के लिए सबसे अच्छा विकल्प यही है कि ओलंपिक के लिए दो टीमें भेजी जाएं. आएटा लिएंडर की छवि को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता. हम पेस से अपील करेंगे कि वह कुछ खिलाड़ियों के बर्ताव को माफ कर दें." खन्ना ने यह बात भी साफ की कि आएटा खिलाड़ियों के बर्ताव से नाखुश है. उन्होंने कहा कि ओलंपिक के बाद खिलाड़ियों के खिलाफ कदम उठाए जा सकते हैं, "पिछले कुछ दिनों में हमारे खिलाड़ियों ने जिस तरह की प्रतिक्रियाएं दी हैं, आएटा उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगा. आएटा ओलंपिक से पहले महेश और बोपन्ना के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाना चाहता. ओलंपिक हो जाने के बाद आएटा आचार संहिता बनाएगा और कार्रवाई करेगा. हम सभी से विनम्रतापूर्वक अपील करते हैं कि इस फैसले को स्वीकारें."
पेस का गुस्सा
पेस ने कल ही आएटा को चिट्ठी लिख कर अपनी नाराजगी जाहिर कर दी थी. पेस ने लिखा है कि क्योंकि उन्हें एक जूनियर के साथ जोड़ी बनाने के लिए कहा जा रहा है इसलिए उनके पास और कोई विकल्प नहीं है, सिवाए इसके कि वह ओलंपिक से अपना नाम वापस ले लें. भूपति और बोपन्ना पर गुस्सा उतारते हुए उन्होंने लिखा, "महेश और रोहन ने जो नाटक किया है हम उसे ना ही अनदेखा कर सकते हैं और ना ही इसके लिए उन्हें शाबाशी दे सकते हैं."
वहीं विष्णु वर्धन के लिए यह चयन कोई बड़ा सपना पूरा होने जैसा है. सीएनएन-आईबीएन पर उन्होंने कहा, "मैं बहुत खुश हूं, बहुत उत्साहित हूं कि मुझे लिएंडर पेस के साथ खेलने का मौका मिल रहा है. मैं बेहद खुश हूं कि आएटा ने यह फैसला लिया है." विष्णु वर्धन एटीपी रैंकिंग में 207वें नंबर पर हैं, जबकि पेस सातवें नंबर पर. डबल्स खिलाड़ियों में पेस भारत के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी हैं. यही वजह है कि आएटा उन्हें ओलंपिक से बाहर नहीं रखना चाहता था.
खराब सितारे
लिएंडर के जोड़ीदार के रूप में भारत के नंबर एक सिंगल्स खिलाड़ी सोमदेव देवबर्मन के बारे में भी विचार किया जा रहा था. खन्ना ने कहा, "सोमदेव अभी फिट नहीं हैं, इसलिए उन्हें नहीं चुना गया. हमने सोमदेव के लिए वाइल्ड कार्ड एंट्री की मांग की है. हम भारत के जीतने की संभावनाओं को कम नहीं करना चाहते. सोमदेव विम्बलडन में भी हिस्सा नहीं ले रहे हैं." हालांकि सोमदेव ने सीएनएन-आईबीएन को बताया कि वह खेलने के लिए फिट हैं. आएटा ने कहा है कि इस समय विष्णु से बेहतर कोई भी खिलाड़ी उपलब्ध नहीं है जो फिट हो.
इसके अलावा मिक्स्ड डबल्स में पेस सानिया मिर्जा के साथ खेलेंगे. भूपति की तरह सानिया ने भी पेस से दूरी दिखाई है. भूपति के साथ हाल ही में फ्रेंच ओपन जीतने वाली सानिया ने चैनल से कहा है कि वह पेस के साथ नहीं, बल्कि भूपति के ही साथ खेलना चाहती थीं. आएटा ने सानिया के लिए सिंगल्स और डबल्स दोनों मैचों में वाइल्ड कार्ड की मांग की है.
रिपोर्ट: ईशा भाटिया (पीटीआई, एएफपी)
संपादन: आभा एम