ओलिंपिक के लकी ड्रॉ में लकी रहा भारत
१५ नवम्बर २०११अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने लकी ड्रॉ के नतीजों का एलान कर दिया है. इनके मुताबिक भारत पुरुषों के मुकाबले में ओलिंपिक तक जाने के लिए अपनी जमीन पर कुछ कमजोर रैकिंग वाली टीमों के साथ पहले भिड़ेगा. आठ बार की ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता भारतीय टीम बीजिंग ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाई थी. लकी ड्रॉ के नतीजे बता रहे हैं कि इस बार उसे पहले क्वालिफाइंग मुकाबले के लिए 15-26 फरवरी के बीच कनाडा, फ्रांस, पोलैंड, मिस्र और अमेरिका के साथ दिल्ली में मुकाबले के लिए उतरना है.
भारतीय हॉकी प्रेमियों के लिए राहत
अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ की तरफ से निकाले गए ड्रॉ के इन नतीजों और मैच के एलान ने भारतीय हॉकी के भविष्य पर लगे प्रश्चचिन्ह को खत्म नहीं तो कुछ समय के लिए धुंधला जरूर कर दिया है. अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ एफआईएच ने हॉकी इंडिया को इस खेल का राष्ट्रीय महासंघ माना है. एफआईएच के कार्यकारी बोर्ड ने लाउसाने में एक मत से यह फैसला किया कि ओलिंपिक क्वालिफाइंग मुकाबले और दूसरे कुछ अहम टूर्नामेंट भारत में आयोजित किये जाएंगे. भारत के हॉकी प्रेमियों के लिए यह खबर एक बड़ी राहत लेकर आई है.
समय खत्म हो रहा था और भारत के हॉकी संघ की मान्यता का फैसला अटका पड़ा था. एफआईएच की कार्यकारी परिषद ने शनिवार को हॉकी इंडिया को बुला कर अपनी बात रखने को कहा था. अब अगले महीने हॉकी इंडिया कार्यकारी बोर्ड के सामने पेश होकर मैचों के आयोजन से जुड़ी बातों पर चर्चा करेगी. भारत में हॉकी इंडिया और इंडियन हॉकी फेडरेशन के बीच मैचों के आयोजन और हॉकी पर वर्चस्व की लड़ाई की भारी कीमत भारत पहले से ही चुका रहा है. एफआईएच ने इस साल चैम्पियंस ट्रॉफी के आयोजन का अधिकार भारत से छीन लिया.
एफआईएच ने यह चेतावनी भी दी कि अगर हॉकी के संचालन का मसला जल्दी नहीं सुलझाया गया तो भारत को अंतरराष्ट्रीय हॉकी से बाहर कर दिया जाएगा. एफआईएच ने साफ कर दिया था कि वह नहीं चाहता कि भारत में दो संस्थाएं हॉकी का संचालन करें. यह हॉकी महासंघ के नियमों और ओलिंपिक चार्टर के खिलाफ है. महासंघ की आपत्तियों के बाद भारतीय ओलिंपिक एसोसिएशन इस मामले में उतरा और हॉकी इंडिया और भारतीय हॉकी महासंघ के बीच कई बार बातचीत कराई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. अब अंतरराष्ट्रीय हॉकी फेडरेशन ने यह साफ कर दिया है कि वह अपनी तरफ से हॉकी इंडिया को भारत में हॉकी का संचालन करने वाली समिति के रूप में मान्यता दे रहा है.
दुनिया में छठे नंबर की टीम दक्षिण कोरिया को एशियाई खेलों के फाइनल तक पहुंची मलेशिया और आयरलैंड, रूस, चिली के साथ ही यूक्रेन और डब्लिन के साथ मार्च की 10 तारीख से 18 तारीख के बीच दूसरे क्वालिफाइंग मुकाबले में भिड़ना होगा. बीजिंग में चांदी जीतने वाली स्पेन की टीम फिलहाल चौथे नंबर पर है. तीसरे क्वालिफाइंग मुकाबले में उसे जापान की धरती पर चीन, ऑस्ट्रिया, चेक रिपब्लिक और क्यूबा के साथ जोर आजमाइश करनी है. ये मुकाबले 25 अप्रैल से 6 मई के बीच काकामिगाहारा में होंगे.
इन तीनों क्वालिफाइंग मुकाबलों के विजेता अगले साल होने वाले लंदन ओलिंपिक में सीधे जगह बना चुकी नौ दूसरी टीमों के साथ हॉकी के मैदान में उतरेंगे. लंदन ओलिंपिक में कुल 12 टीमों को शामिल होना है. जिन 9 टीमों को यहां पहले जगह मिल चुकी है उनमें से ज्यादातर अपने क्षेत्रीय कोटे के आधार पर इसमें जगह बना पाने में कामयाब हुई हैं. इनमें मौजूदा चैम्पियन जर्मनी के साथ मेजबान ब्रिटेन है. इनके अलावा अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, नीदरलैंड्स, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका भी हैं.
रिपोर्टः एएफपी/पीटीआई/एन रंजन
संपादनः वी कुमार