कलमाड़ी ने ठुकराया उच्चायोग का इनकार
१ अगस्त २०१०लंदन में भारतीय उच्चायोग साफ तौर पर कह चुका है कि उसने एएम फिल्म्स की सिफारिश नहीं की थी. आरोप है कि लंदन में क्वींस बेटन रिले के दौरान इस कंपनी को अपनी सेवाएं देने के लिए लाखों पाउंड मिले.
कलमाड़ी ने उच्चायोग की बात को खारिज करते हुए कहा है कि प्रोटोकॉल अफसर राजू सेबस्टियन ने इसकी सिफारिश की थी. लेकिन भारतीय मीडिया की रिपोर्टों में उन्हें भारतीय उच्चायोग की तरफ से इस तरह की सिफारिश करने के लिए बेहद जूनियर अफसर बताया जा रहा है.
कलमाड़ी ने कहा, "आयोजन समिति यह बात स्पष्ट करना देना चाहती है कि हमने भारतीय उच्चायोग के प्रथम सचिव (प्रोटोकॉल) विक्रांत रत्न को पत्र लिखा ताकि हमें ट्रांसपोर्ट, रहने की व्यवस्था और दूसरी सेवाएं देने वाली एजेंसियों और उनके दामों के बारे में हमें बताया जाए. इसके जवाब में राजू सेबस्टियन ने विक्रांत के मेल का हवाला देते हुए हमें पत्र लिखा जिसमें एमए कार एंड वैन और शॉफर कंपनी का नाम दिया गया था."
भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष कलमाड़ी ने कहा कि इन कंपनियों को कितने पैसे देने हैं, यह भी उच्चायोग ने तय किया.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ए जमाल