कॉमनवेल्थ कथा: खजांची खन्ना का इस्तीफा
५ अगस्त २०१०कॉमनवेल्थ खेल आयोजन समिति, सीडब्ल्यूजी की इमरजेंसी मीटिंग से पहले ही अनिल खन्ना ने इस्तीफा दिया. इस्तीफे का एलान करते हुए खन्ना ने कहा कि वह नैतिक आधार पर इस्तीफा दे रहे हैं. खन्ना पर आरोप है कि उन्होंने अपने बेटे की कंपनी को फायदा पहुंचाया.
खन्ना सीडब्ल्यूजी के ट्रेजरर यानी खजांची के पद थे. वह भारतीय टेनिस संघ में भी अतिरिक्त सचिव हैं. इस पद से खन्ना ने इस्तीफा नहीं दिया है. आरोप हैं कि उनके बेटे आदित्य खन्ना की कंपनी को आरके खन्ना टेनिस स्टेडियम में 14 सिंथेटिक कोर्ट बिछाने का ठेका मिला. अभी यह साफ नहीं है कि ठेका देने की प्रक्रिया में सिफारिश के अलावा किस किस तरह की गड़बड़ियां की गईं थी. ये बात भी साफ होनी है कि क्या आदित्य की कंपनी को बाजार दर पर ही ऑर्डर दिया गया या यहां भी कौड़ी के लिए करोड़ों खर्च किए गए.
बहरहाल अनिल खन्ना के इस्तीफे ने खेल आयोजन समिति की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. कलमाड़ी और खेल मंत्री एमएस गिल की तकरार किसी से छुपी नहीं है. गुरुवार को गिल ने एक बार फिर कहा, ''हम भ्रष्टाचार को कुचलने के लिए हमेशा कदम उठाते हैं. अगर कोई भी अधिकारी दोषी पाया गया तो उन्हें पद से हटा दिया जाएगा. हम हर मामले को पूरी गहराई से जांच करेंगे. सच बाहर आएगा.''
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: ए जमाल