क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने बनाई भ्रष्टाचार निरोधी ईकाई
१६ नवम्बर २०११फिलहाल सीमित ओवरों की शेफिल्ड शील्ड और टी20 बिग बैश लीग के लिए यह ईकाई काम करेगी. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने यह फैसला ऐसे वक्त में किया है जब हाल ही में ब्रिटेन की एक अदालत ने पाकिस्तान के तीन अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को सजा सुनाई है. सलमान बट, मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर को स्पॉट फिक्सिंग मामले में उनकी भूमिका के लिए जेल भेजने की सजा सुनाई गई है. पिछले साल इंग्लैंड में वनडे मैचों की सीरीज के दौरान के एक टेब्लॉयड ने इस स्पॉट फिक्सिंग की घटना को उजागर किया था.
90 के दशक में भ्रष्टाचार
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड ने बुधवार को इस नियुक्ति का एलान किया. इसके महज एक घंटा पहले ही एक ब्रिटिश अखबार ने आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधी शाखा के पूर्व प्रमुख पॉल कॉन्डन का यह बयान छापा कि क्रिकेट की दुनिया का हर बड़ा देश 90 के दशक में भ्रष्टाचार के चंगुल में था. लंदन के अखबार में छपे बयान में कॉन्डन ने कहा है, "90 की दशक के आखिरी कुछ सालों में तो टेस्ट और वर्ल्ड कप के मैच नियमित रूप से फिक्स किए जाते थे. 80 के दशक के आखिरी सालों से लेकर 1999-2000 तक कई टीमें थीं जो फिक्सिंग में शामिल थीं. इनमें भारतीय उपमहाद्वीप के अलावा दूसरी टीमें भी शामिल थीं."
सदरलैंड ने कहा कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इस मामले की नए सिरे से पूरी जांच की और उसके बाद यह पता चला कि टीम के खिलाड़ियों की तरफ से किसी गड़बड़ी के कोई सबूत नहीं हैं. सदरलैंड ने कहा कि 1999 में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की गतिविधियों पर तैयार की गई वकील रॉब ओ रीगन की रिपोर्ट में भ्रष्टाचार का कोई सबूत नहीं मिला. हालांकि रीगन को कोई सबूत नहीं मिला लेकिन उन्होंने शेन वॉर्न और मार्क वॉ को निलंबित न करने के लिए ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड की आलोचना की. इन दोनों ने एक भारतीय सट्टेबाज से श्रीलंका में क्रिकेट सीरीज के दौरान पिच और मौसम के बारे में जानकारी देने के लिए पैसे लिए.
शुरू से सावधानी
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया उस गठबंधन का हिस्सा है जो देश भर में खिलाड़ियों के भ्रष्टाचार में शामिल होने पर कड़ी सजा देने की वकालत कर रहा है. इसमें मैच फिक्सिंग के लिए 10 साल तक की जेल की सजा की बात है. सदरलैंड ने कहा, "सट्टेबाजी से जुड़ा भ्रष्टाचार खेल के लिए एक बड़ी समस्या है और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया अपने खेल की ईमानदारी बचाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है. घरेलू क्रिकेट में इस तरह की समस्या के कोई सबूत नहीं हैं लेकिन हम इस मामले में पहले से ही सक्रियता दिखाना चाहते है. इसका आधार यह है कि इसके लिए ज्यादा सतर्कता और लगातार बताते रहना जरूरी है."
खेल मंत्री मार्क अर्बिब ने कहा कि इस शाखा का गठन ऑस्ट्रेलियाई लोगों को क्रिकेट मैचों के नतीजों में भरोसा देगा और यह मैच फिक्सिंग से जंग के लिए बड़ी तैयारी का हिस्सा है.
रिपोर्टः एपी/एन रंजन
संपादनः वी कुमार