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गूगल की भारतीय जुबान

२२ जून २०११

दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन कंपनी गूगल ने हिंदी के बाद पांच अन्य भारतीय भाषाओं में अपनी सेवाएं शुरू कीं. भारतीय बाजार पर पकड़ गहरी करने के लिए गूगल तेलुगू, बांग्ला, कन्नड़, तमिल और गुजराती जुबान बोलने लगा है.

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तस्वीर: dpa

अब तक दुनिया भर की 58 भाषाओं में अनुवाद की सुविधा देने वाले गूगल ने मंगलवार से पांच अन्य भारतीय भाषाएं अपना लीं. अब बांग्ला, गुजराती, कन्नड़, तमिल और तेलुगु भी गूगल ट्रांसलेटर (अनुवादक) में शुमार हो गई हैं.

गूगल के रिसर्च साइंटिस्ट आशीष वेणुगोपाल ने कहा, "आप भारतीय उपमहाद्वीप की भाषाई विविधता को तलाश सकते हैं. प्रयोग के तौर पर पांच भाषाएं जोड़ी गई हैं." फिलहाल नई भाषाओं में सिर्फ लिखित अनुवाद की सुविधा है. ऑडियो या सुनने वाला प्लेयर भी जल्द ही गूगल ट्रांसलेशन में उपलब्ध होगा.

गूगल के मुताबिक भारतीय उपमहाद्वीप में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने के लिए ट्रांसलेशन में ये कदम उठाया गया है. भारत अकेला ऐसा देश हैं जिसकी सात भाषाएं गूगल ट्रांसलेशन में हैं. हिंदी और उर्दू काफी पहले से यहां मौजूद हैं. गूगल ब्लॉग पर वेणुगोपाल ने कहा, "भारत और बांग्लादेश में ही 50 करोड़ से ज्यादा लोग ये पांच भाषाएं बोलते हैं. 2009 से अब तक हम पांच अल्फा भाषाओं को गूगल ट्रांसलेशन में ला चुके हैं. गूगल ट्रांसलेशन में अब 63 भाषाएं हो गई हैं."

Flash-Galerie Deutschland Computermesse CeBIT 2011 in Hannover
तस्वीर: picture alliance/dpa

यह बात सच है कि गूगल ट्रांसलेशन बहुत अचूक नहीं है. इसमें कई बार अर्थ का अनर्थ भी हो जाता है. लेकिन ज्यादातर मौकों पर गूगल ट्रांसलेशन लोगों को दूसरी भाषा का मोटा मोटी मतलब समझाने में सफल रहता है. गूगल ट्रांसलेशन के जरिए इंटरनेट यूजर्स अंग्रेजी, हिंदी, स्पेनिश, जर्मन, पुर्तगाली, चाइनीज, फ्रेंच, रूसी, पोलिश, इटैलियन, नॉर्वेजियन, हिब्रू और जापानी समेत 63 भाषाओं को एक दूसरे में अनुवादित कर सकते हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: ए कुमार

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