गैलेघर बंधुओं का झगड़ा चरम पर
१९ अगस्त २०११नोएल गैलेघर ने दावा किया था कि लिएम की शराब की खुमारी की वजह से एक शो रद्द हुआ था. ओएसिस बैंड पिछले 2009 में इसके सदस्यों और नोएल और लिएम बंधुओं के बीच झगड़े के बाद टूट गया था. 38 साल के लिएम ने अपने बड़े भाई को 'झूठा' कहा है. लिएम ने कहा कि यह गलत आरोप है कि 2009 में एक शो उनकी शराब की खुमारी की वजह से रद्द हुआ था. उनके मुताबिक उन पर यह आरोप लगाना उनके पेशेवर जिंदगी पर दाग है.
सन अखबार में छपे एक बयान में लिएम ने कहा है, "मैंने नोएल गैलेघर के दिए बयान पर कार्रवाई की है. सच यह है कि मुझे लैरन्जाइटिस था और इसकी जानकारी नोएल को थी. नोएल ने इस बार जो आरोप लगाया उसने मेरे पेशे पर सवाल खड़ा किया है. "
ओएसिस बैंड से अलग होने के बाद लिएम ने अपना खुद का बैंड बनाया है. लिएम ने अपने भाई पर भड़कते हुए कहा, "मैंने इस विवाद को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने की कोशिश की लेकिन मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा इसलिए मैं कानूनी कार्रवाई कर रहा हूं. मैं कुछ नहीं सिर्फ माफी चाहता हूं."
ओएसिस बैंड अगस्त 2009 में दोनों भाइयों के बीच बढ़ते विवाद के बाद टूट गया था. दोनों भाई में झगड़े के बाद नोएल इस बैंड से बाहर हो गए. नोएल अब अकेले काम करते हैं. ओएसिस एक अंग्रेजी रॉक बैंड है जो मैनचेस्टर में 1991 को स्थापित हुआ था. मूल रूप से यह 'रेन' के नाम से जाना जाता था.
इस बैंड का गठन लिएम गैलेघर ने किया जिसके बाद इसमें उनके बड़े भाई नोएल भी शामिल हो गए. इस बैंड ने अपने करियर में 15 एनएमई अवॉर्ड्स, 9 क्यू अवॉर्ड्स, चार एमटीवी यूरोप म्यूजिक अवॉर्ड्स और 6 ब्रिट अवॉर्ड्स जीते हैं. तीन बार ग्रैमी अवॉर्ड्स के लिए यह बैंड नामांकित भी हो चुका है. 2009 तक इस बैंड के रिकॉर्ड 7 करोड़ एलबम बिक चुके हैं.
टूटी हिट जोड़ी
एक जमाने में लेखक सलीम-जावेद की जोड़ी किसी फिल्म की कामयाबी की गारंटी मानी जाती थी. इस जोड़ी ने अमिताभ बच्चन को अभिनय का महानायक बनाने में अहम किरदार निभाया. दोनों ने सीता और गीता, जंजीर दीवार, शोले डॉन और मजबूर जैसी कई सफल फिल्मों की पटकथा लिखी. सलीम के साथ जोड़ी टूटी तो अख्तर ने अपनी कलम का रुख नगमों की ओर मोड़ लिया बतौर गीतकार उनका सफर और भी शानदार रहा जो अब तक जारी है. 1980 की शुरुआत में सलीम और जावेद की जोड़ी टूट गई.
उद्योगपति बंधुओं का विवाद
भारत के दो प्रसिद्ध उद्योगपति बंधुओं मुकेश और अनिल अंबानी की लड़ाई ने भी काफी चर्चा बटोरी. संपत्ति और गैस विवाद को लेकर दोनों सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गए. सरकार को भी अंबानी बंधुओं में सुलह कराने के लिए आगे आना पड़ा. सरकारी और कोर्ट के पहल के बाद दोनों भाइयों में सुलह हो पाई. भारत के अंबानी बंधुओं के झगड़े की तरह जर्मनी के उद्योगपति थेओ अलब्रेष्ट और उनके भाई कार्ल अलब्रेष्ट का झगड़ा भी खूब चर्चा में रहा.
दोनों भाइयों में रियायती सुपरमार्केट चेन आल्डी को लेकर झगड़ा रहा है. अल्ब्रेष्ट और डिस्काउंट के शुरुआती अक्षरों से आल्डी नाम सुपरमार्केट का नाम निकला है. कार्ल अलब्रेष्ट और थेओ अलब्रेष्ट बरसों तक मिलजुल कर आल्डी को चलाते रहे, लेकिन 1960 के दशक में दोनों भाइयो के बीच इस बात को लेकर झगड़ा हो गया कि वे अपने स्टोर में सिगरेट बेचें या नहीं. जब झगड़ा नहीं सुलझा तो कंपनी को हिस्सों में बांटने का फैसला किया गया.
एक ग्रुप को नाम दिया गया आल्डी ज्यूड और दूसरे को आल्डी नॉर्ड. आल्डी ज्यूड जर्मनी के दक्षिणी हिस्से में काम करता है जबकि आल्डी नॉर्ड उत्तरी हिस्से में. 1966 से ये दोनों कंपनियां कानूनी और वित्तीय तौर पर अलग अलग काम कर रही हैं लेकिन उनके बीच "दोस्ताना संबंध" हैं. ठीक उसी तरह जैसे भारत में लंबी खींचतान और तनातनी के बाद अब अंबानी बंधुओं ने सुलह कर ली है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ आमिर अंसारी
संपादन: एस गौड़