चीन में मिलावटी दूध का नया घोटाला
११ अगस्त २०१०चीन का स्वास्थ्य मंत्रालय शिकायतों को गंभीरता से ले रहा है और फॉर्मूले की जांच करा रही है. सिनुट्रा कंपनी के बेबी फूड के बारे में दावा किया गया है कि इसके सेवन से नवजात बच्चियों के स्तनों में सामान्य से ज्यादा विकास हो रहा है.
डॉक्टरों और शिशुओं के माता पिता ने चिंता व्यक्त की थी कि चार से 15 महीनों के बीच की उम्र वाली बच्चियों में स्तनों का विकास बहुत जल्दी हो रहा है और इसकी वजह बेबी फार्मूला में हॉर्मोन की अधिक मात्रा है.
चीन के एक अखबार के मुताबिक बेबी फॉर्मूला ले रही तीन बच्चियों के शरीर में हॉर्मोन की मात्रा की जांच से पता चला कि इनके शरीरों में हॉर्मोन की मात्रा एक वयस्क महिला से कहीं ज्यादा है.
चिंगदाओ प्रांत में स्थानीय खाद्य अधिकारियों ने एक शख्स की शिकायत को खारिज कर दिया था लेकिन इस बीच पेइचिंग से एक और मामला सामने आया है. अब तक चार मामले दर्ज हो चुके हैं. मंत्रालय के मुताबिक वैज्ञानिक शिशुओं में हॉर्मोन की अधिक मात्रा के लिए अन्य कारणों की भी जांच कर रहे हैं.
सिनुट्रा के अधिकारियों ने एक बयान में कहा कि उनके पदार्थों में कोई गैरकानूनी या कृत्रिम हार्मोन नहीं मिलाए गए हैं. लेकिन इस शिकायत का असर कंपनी के शेयरों पर अभी से पड़ रहा है. सोमवार को न्यू यॉर्क के नैसडैक शेयर बाजार में कंपनी के शेयरों में 27 प्रतिशत की गिरावट आई.
2008 में चीन के दूध से बने खाद्य पदार्थों को लेकर बहुत बड़ा घोटाला सामने आया था. दूध में मेलामाइन की मात्रा पाई गई थी जो आम तौर पर प्लास्टिक बनाने में लगाया जाता है. मेलामाइन के इस्तेमाल से दूध में प्रोटीन की मात्रा को बढ़ाकर दिखाया जा सकता है. चीन के 22 कंपनियों के दूध में मेलामाइन पाया गया जिसके बाद इसे विश्व के बाजारों से वापस ले लिया गया था. मिलावट से चीन में छह बच्चों की मौत हो गई थी और लगभग तीन लाख लोग बीमार हो गए थे.
रिपोर्टः एजेंसियां/एम गोपालकृष्णन
संपादनः ए जमाल