चेहरे की झुर्रियां बताएंगी कितनी मजबूत हैं हड्डियां
७ जून २०११येल यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों का कहना है कि त्वचा और हड्डियों में प्रोटीन का स्तर एक दूसरे से जुड़ा होता है. ऐसे में अगर किसी महिला के चेहरे और गर्दन पर बहुत ज्यादा झुर्रियां हैं तो उसकी हड्डियों के टूटने का खतरा ज्यादा रहता है. इस अध्ययन में ऐसी 114 महिलाओं का परीक्षण किया गया जिनका मासिक धर्म तीन साल के भीतर बंद हुआ है. उन्होंने इन महिलाओं के चेहरे और गर्दन की त्वचा को 11 जगहों पर जांचा. उन्होंने सामान्य तौर पर देखने के अलावा एक उपकरण के जरिए भी परखा कि माथे और गालों की त्वचा कितनी सख्त है.
एक अल्ट्रासाउंड और एक्सरे के जरिए हड्डियों की सघनता को मापा गया. येल स्कूल ऑफ मेडिसिन में एसोसिएट प्रोफेसर लुबना पाल का कहना है, "हमने पाया कि त्वचा पर गहराती और बदतर होती झुर्रियों का सीधा संबंध हड्डियों की सघनता में कमी से है. हमारे अध्ययन में हिस्सा लेने वाली महिलाओं में हमने ऐसा देखा है. जितनी ज्यादा झुर्रियां होगी, हड्डियां उतनी ही कमजोर होंगी. इस संबंध पर उम्र का कोई असर नहीं होता."
एंडोक्रिन सोसाइटी की तरफ से जारी इस स्टडी के मुताबिक जिस महिला की त्वचा झुर्रियों से जितनी असरदार तरीके से निपट सकती है, उसकी हड्डियों की सघनता उतनी ही ज्यादा होती है. पाल का कहना है, "हमारा यह निष्कर्ष है कि रूप और शारीरिक गुण हड्डियों की गुणवत्ता को प्रदर्शित करते हैं. यह अध्ययन इसलिए भी अहम है कि इससे डॉक्टर महंगे टेस्ट किए बिना यह जान पाएंगे कि जिन महिलाओं का मासिक धर्म बंद हो गया है, उनमें हड्डियों के फ्रैक्चर का कितना जोखिम है."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एमजी