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छोटी छोटी बातों पर ध्यान देना होगाः धोनी

२८ अगस्त २०१०

दो विवाद, दो खराब पारी, दो हार और दो जीत के बाद अब त्रिकोणीय सीरीज़ में फाइनल के लिए माही की सेना कमर कस कर तैयार है. कप्तान धोनी मानते हैं कि छोटी छोटी बातों पर ध्यान देने से ही काबू में आएंगे श्रीलंकाई शेर.

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तस्वीर: AP

भारत ने पिछले दो साल में श्रीलंका को चार फाइनल मैचों में शिकस्त दी है. लगातार पांचवी बार जीतने के लिए टीम को दांबुला की खतरनाक पिच पर अपने पांव जमाने होंगे और मेजबानों की गिल्लियां उखाड़नी होंगी. यह काम कितना मुश्किल है, इसे इस बात से ही समझा जा सकता है कि इसी दौरे में भारतीय टीम दो बार 150 का आंकड़ा भी नहीं पार कर सकी. यही वजह है कि धोनी पूरी संजीदगी के साथ सिर्फ खेल पर ध्यान देने की बात कर रहे हैं. फाइनल से पहले पत्रकारों से बातचीत में धोनी ने अपने खिलाड़ियों को दबाव में न आने और खेल पर ध्यान देने की बात कही.

धोनी ने कहा, "खेल में छोटी छोटी बातों का बड़ा महत्व है और अगर हम छोटी बातों पर ध्यान देंगे तो बड़े काम खुद ब खुद हो जाएंगे. हमें खेल की कुछ छोटी और बुनियादी बातों पर ज्यादा ध्यान देना होगा." तय समय से करीब 45 मिनट की देरी से शुरू हुई प्रेस कांफ्रेंस में धोनी ने कहा कि खेल की रणनीति इस पर भी बहुत निर्भर करेगी कि पहले बल्लेबाज़ी करना है या गेंदबाजी. धोनी ने कहा, "अगर पहले उनकी बल्लेबाजी हुई तो हमारे गेंदबाजों को पिच का पूरा लाभ उठाकर उन्हें कम से कम रन पर रोकना होगा". धोनी में माना कि दांबुला की पिच ने तीनों ही टीमों को बहुत परेशान किया है और सच पूछा जाए तो असली मुकाबला खिलाड़ियों की बजाय पिच से है.

मध्यक्रम के बल्लेबाजों के फ्लॉप होने पर पूछे गए सवाल के जवाब में धोनी ने कहा "नई गेंद को समझना भी बहुत अहम है. किसी भी तरह से उस पर नजरें टिकानी होंगी. ऐसा नहीं होने के कारण ही हमारे खिलाड़ी 100,120 और 140 रनों पर ही सिमट गए."

Virender Sehwag
दांबुला पर केवल सहवाग चलेतस्वीर: AP

इस सीरीज़ में श्रीलंका के साथ दोनों मैचों में विवाद हुआ. एक मैच में नो बॉल के मसले ने सुर्खियां बटोरीं और दूसरे में अंपायर के फैसलों ने. तो फिर इस बार भी कुछ हो सकता है? धोनी ने बड़ी सहजता से कहा कि विवादों से बचने की कोशिश की जाती है लेकिन कई बार ऐसा हो जाता है. कभी बल्लेबाजों पर जुर्माना लगता है तो कभी गेंदबाजों पर. इस बार क्या होगा यह कहना तो मुश्किल है लेकिन वह पूरी कोशिश करेंगे कि फिर कोई विवाद ना हो.

अभी तक इस टूर्नामेंट में वीरेंद्र सहवाग के अलावा और कोई बल्लेबाज़ नहीं चला लेकिन धोनी को उम्मीद है कि फाइनल में दूसरे बल्लेबाज भी अपना जौहर दिखा सकते हैं. फाइनल में रवींद्र जडेजा के खेलने के सवाल पर धोनी ने जवाब देने से इनकार कर दिया और कहा कि शनिवार को ही इस बात पर फैसला करेंगे.

रिपोर्टः एजेंसियां/ एन रंजन

संपादनः ए कुमार

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