जज बनना एक्टर बनने से मुश्किल: माधुरी
१६ फ़रवरी २०११माधुरी कहती हैं, "जज करना एक्टिंग से भी मुश्किल काम है. एक्टिंग तो हम आसानी से कर लेते हैं. लेकिन जब आप जज है तो पहले आपको काम देखना होता है फिर उस पर कमेंट करना होता है. आपको शो में हिस्सा लेने वालों की कमियां भी बतानी होती है और बेहतर करने के लिए उन्हें गाइड भी करना होता है."
43 वर्षीय माधुरी दीक्षित ने 2001 में पहली बार कहीं न कहीं कोई है शो से छोटे परदे पर शुरुआत की थी. अपने मौजूदा शो के बारे में वह कहती हैं, "झलक दिखला जा का यह पांचवा सीजन है, देखते हैं क्या होता है."
माधुरी ने झलक दिखला जा में जज की भूमिका स्वीकार करने से पहले लॉस एंजलिस जा कर इसके मूल शो डांसिंग विद स्टार को देखा. वह कहती हैं, "मैं इस शो के भारतीय संस्करण से खुश हूं. मुझे इसमें खूब मजा आ रहा है."
झलक दिखला जा में अपने अब तक के सफर पर माधुरी कहती हैं, "अब जज के तौर पर मुझे ज्यादा परेशानी नहीं होती. मुझे इसमें मजा आ रहा है. मुझे लगता है कि अब मैं शो में हिस्सा लेने वालों को बेहतर जानती हूं. मैं उनकी कमजोरी और ताकत को जानती हूं. कुल मिलाकर यह बहुत ही अच्छा अनुभव रहा है. इस डांस शो में मैंने सीखा है कि कुछ भी असंभव नहीं है. जब मैं म्यांग चैंग को देखती हूं, तो मुझे उनकी पहली परफॉर्मेंस याद आती है और अब देखो. बहुत बदलाव आया है. जब आप मेहनत और लगन से कोशिश करते हो तो कुछ भी पा सकते हो."
माधुरी इस शो की शूटिंग की खातिर मार्च तक भारत में रहेंगी. उनके पति और बच्चे अमेरिका में रहते हैं. झलक दिखला जा में उनके साथ कोरियोग्राफर रेमो डिसूजा और मलाइका अरोड़ा खान भी जज हैं. फिल्मों के बारे में माधुरी कहती हैं, "कई ऑफर हैं लेकिन अभी कुछ फैसला नहीं किया है. जब भी मैं कोई फिल्म साइन करूंगी, तो आप सब को जरूर बताऊंगी."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एस गौड़