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जर्मनी की अफगान नीति नहीं बदलेगी

२९ मई २०११

अफगानिस्तान में जर्मन सैनिकों पर हमले और उनकी मौत के चलते फिर एक बार टुकड़ियों की वापसी की मांग को बल मिला है. ओमान की अपनी यात्रा के दौरान विदेश मंत्री वेस्टरवेले ने ऐसी संभावनाओं को ठुकरा दिया है.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

रविवार को विदेश मंत्री गीदो वेस्टरवेले ने कहा कि अफगानिस्तान में तैनात जर्मन टुकड़ियों पर हमले के बावजूद जर्मन सरकार की नीति नहीं बदलेगी. उन्होंने कहा कि ताखार में हुए आत्मघाती हमले पर सरकार अपना गहरा दुख और शोक व्यक्त करती है, जिसमें दो जर्मन सैनिकों सहित सात लोगों की मौत हो गई थी. उन्होंने साथ ही कहा, "लेकिन इसकी वजह से अफगानिस्तान में हमारी नीति नहीं बदलने वाली है."

विदेश मंत्री ने कहा कि कुछ विफलताओं के बावजूद अब वहां से वापसी के आसार हैं. जर्मन विदेश मंत्री ने ध्यान दिलाया कि प्रांतीय स्तर पर अफगान सुरक्षा बलों ने जिम्मेदारी संभालना शुरू कर दिया है. पहले जर्मन सैनिकों की वापसी योजना के अनुसार इस साल के अंत में होगी. उन्होंने अफगानिस्तान में एक राजनीतिक समाधान के लिए जर्मन मदद जारी रखने का आश्वासन दिया.

जर्मन विदेश मंत्री अपनी आठ दिन की विदेश यात्रा के तहत शनिवार को ओमान की राजधानी मस्कट पहुंचे. पांच देशों की यात्रा के तहत आज वे नई दिल्ली पहुंच रहे हैं. वे अगले हफ्ते होने वाले पहले भारत जर्मन सरकार सलाह मशविरे की तैयारी कर रहे हैं. चांसलर अंगेला मैर्केल इन बातचीतों में भाग लेने के लिए भारत पहुंचने वाली हैं. भारत के बाद जर्मन विदेश मंत्री ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और वियतनाम की यात्रा करेंगे.

रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ

संपादन: एस गौड़

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