आईएसआई को क्लीन चिट नहीं दीः अमेरिका
२९ मई २०११अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मार्क टोनर ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि उन्होंने (क्लिंटन) आईएसआई को क्लीन चिट दी है. हम मानते हैं कि रिश्तों में मुश्किलें हैं, लेकिन असल बात यह है कि रिश्ते हैं जो हमारे भी हित में हैं और पाकिस्तान के भी हित में हैं. इसीलिए हमें इन चुनौतियों से निपटने के लिए काम करते रहना पड़ेगा."
इसी महीने पाकिस्तान के अति सुरक्षा वाले एबटाबाद शहर में अमेरिकी सैन्य अभियान में बिन लादेन को मारा गया. सवाल उठ रहे हैं कि कैसे आतंकी सरगना कई सालों तक पाकिस्तान में रहता रहा. आंतकवाद के खिलाफ अभियान में पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई की विश्वसनीयता पर संदेह किए जा रहे हैं.
टोनर ने कहा कि शुक्रवार को पाकिस्तान के दौरे पर गईं विदेश मंत्री क्लिंटन ने अपनी प्रेस कांफ्रेस में पाकिस्तान सरकार की सराहना की कि उनसे अमेरिका को बिन लादेन के घर की तलाशी लेने दी. अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा, "विदेश मंत्री ने साफ किया कि बिन लादेन की मौत के बाद यह रिश्तों में एक अहम मोड़ है, लेकिन अन्य पहलू भी हैं जिन पर काम चल रहा है. हमारे सामने अफगानिस्तान भी है. हम तालिबान पर भी दबाव डाल रहे हैं. हम यह भी चाहते हैं कि अफगानों के नेतृत्व में मेलमिलाप की प्रक्रिया आगे बढ़े. इसलिए बहुत कुछ है जिस पर चर्चा हो रही है. यह हाथ पर हाथ रखने का समय बिल्कुल नहीं है. यह कदम उठाने और मिलजुल कर कदम उठाने का समय है. यही बात विदेश मंत्री ने कहने की कोशिश की."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः आभा एम