जर्मनी में चैंपियंस लीग महोत्सव
३ मई २०१३जर्मनी को सात साल बाद फिर मौका मिला है. चैंपियंस लीग में ऐतिहासिक जर्मन फाइनल को राष्ट्रीय फुटबॉल महोत्सव बनाने की तैयारी है. इससे पहले 2006 में फुटबॉल वर्ल्ड कप के मौके पर देश भर में पहली बार पब्लिक व्यूइंग का आयोजन किया गया था, जिसने देश को एक सूत्र में बांध दिया था. बर्लिन में वर्ल्ड कप और यूरो कप के दौरान बनाए गए ऐतिहासिक फैन माइल पर भी इस बार भी फैंस बायर्न और डॉर्टमुंड के बीच होने वाला फाइनल मैच देख पाएंगे.
इसके लिए आयोजकों ने अर्जी डाल दी है. बर्लिन के सिटी सेंटर इलाके के मेयर क्रिस्टियान हांके ने कहा है कि एक मई को सेमी फाइनल का फैसला होने से पहले ही आयोजकों ने ब्रांडेनबुर्ग गेट पर फैन माइल बनाने की अर्जी दे दी है.
डॉर्टमुंड में फाइनल मैच तीन जगहों पर दिखाए जाने की योजना है, लेकिन म्यूनिख में अब तक इसके लिए सही जगह की तलाश हो रही है. बायर्न म्यूनिख क्लब पिछले साल फाइनल में हुई हार के बाद इस बार का फाइनल फिर से स्टेडियम में दिखाना चाहता है. वह फिर से 2012 का माहौल तैयार करना चाहता है जब 65,000 दर्शक फाइनल देखने ओलम्पिक स्टेडियम में पहुंचे थे. दिक्कत यह है कि 25 मई को वेंबली स्टेडियम में होने वाले फाइनल के एक दिन बाद ही रॉक संगीतकार ब्रूस स्प्रिंग्सटीन का जर्मनी टूर इसी स्टेडियम से शुरू हो रहा है. आयोजकों से बात की जा रही है कि क्या एक दिन पहले वहां पब्लिक व्यूइंग संभव है.
अगर ऐसा संभव नहीं होता है तो 2006 की तरह ओलंपिक झील के किनारे भी पब्लिक व्यूइंग का इंतजाम किया जा सकता है. समस्या यह है कि बायर्न म्यूनिख के वर्तमान स्टेडियम में भी इसका आयोजन कठिन है क्योंकि मेट्रो की जो लाइन वहां जाती है, वह मरम्मत की वजह से उस समय बंद है. उसके बिना हजारों लोगों को स्टेडियम तक पहुंचाना मुश्किल होगा.
लेकिन बर्लिन में कोई समस्या नहीं है. इलाके के मेयर अधिकारियों के साथ बात कर रहे हैं. अगले हफ्ते तक फैसला हो जाने की संभावना है. मेयर हांके का कहना है कि शहर के बीचों बीच स्थित सड़क को स्थाई फैन माइन नहीं बनना चाहिए. लेकिन साथ ही उन्होंने जोड़ा, "लेकिन इस जर्मन चैंपियंस लीग फाइनल में भावनाएं बहुत जोर पर हैं, यह बहुत अच्छा फेस्टिवल हो सकता है."
डॉर्टमुंड में इस बीच फाइनल के बाद के दिन की भी तैयारी चल रही है. यदि वह लंदन में जीत जाता है तो विजेता टीम को गाड़ियों के जुलूश के साथ शहर में घुमाया जाएगा. इस रैली को भी बड़े पर्दे पर दिखाया जाएगा.
एमजे/ओएसजे (डीपीए)