जहीर के झटकों से ट्रॉट ने उबारा
२२ जुलाई २०११क्रिकेट इतिहास के 2000वें टेस्ट में भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीता और इंग्लैंड को बल्लेबाजी का न्योता दिया. इंग्लैंड के मंझे हुए सलामी बल्लेबाज एलिस्टर कुक और कप्तान एंड्र्यू स्ट्रॉस क्रीज पर उतरे. गेंदबाजी का जिम्मा अनुभवी जहीर खान और युवा ईशांत शर्मा ने संभाला.
चोट से उबरे जहीर खान ने एक बार फिर साबित कर दिया कि इस वक्त उन्हें दुनिया का सबसे खतरनाक तेज गेंदबाज क्यों कहा जाता है. जहीर ने एलिस्टर कुक और स्ट्रॉस की हालत खस्ता कर दी. तेजी से रन बनाने वाली यह जोड़ी जहीर की हर गेंद पर जूझती नजर आई. बहरहाल विकेट बचाने का यह संघर्ष ज्यादा लंबा नहीं चला. 11वें ओवर की आखिरी गेंद पर कुक को जहीर ने उलझा ही दिया. गेंद सीधे पैड पर लगी और 12 रन बनाने वाले कुक पैवेलियन लौट गए.
विकेट नंबर दो गिरा इंग्लैंड के कप्तान स्ट्रॉस का. जहीर के बनाए दबाव को तोड़ने के चक्कर में स्ट्रॉस ने एक पुल शॉट खेलना चाहा. गेंद ने बल्ले का किनारा लिया और फाइन लेग पर खड़े ईशांत शर्मा ने दौड़ते हुए कैच लपक लिया. सीरीज का हव्वा खड़ा करने वाले स्ट्रॉस 22 रन बना सके.
62 रन पर दो विकेट खो चुकी इंग्लैंड की टीम संकट में थी. लेकिन भारत की खराब फील्डिंग के कारण इंग्लैंड किसी तरह इस बाधा को पार कर गया. हरभजन सिंह की पहली गेंद पर जोनाथन ट्रॉट गलती कर बैठे, गेंद स्लिप में तैनात राहुल द्रविड़ की तरफ गई. लेकिन द्रविड़ गेंद की तेजी नहीं भांप सके और कैच गिर गया.
इसके बाद भी जहीर की गेंद पर जोनाथन का एक कैच विकेटकीपर धोनी और फर्स्ट स्लिप के बीच गिरा. भाग्यशाली रहे जोनाथन ने इन मौकों का भरपूर फायदा उठाया और केविन पीटरसन के साथ मिलकर टीम की स्थिति मजबूत की. जोनाथन 58 और पीटरसन 22 रन बना कर अब भी क्रीज पर डटे हुए हैं. बारिश की वजह से पहले दिन 49.2 ओवर ही फेंके जा सके.
पहले दिन अगर किसी खिलाड़ी ने जबदस्त प्रदर्शन किया तो वह रहे जहीर खान. लेकिन अपना 14वां ओवर फेंकते हुए उनकी टांग की मांसपेशियों में फिर खिंचाव आ गया. इसके बाद वह गेंदबाजी नहीं कर सके. जहीर की चोट को भारत के लिए बड़े झटके की तरह देखा जा रहा है. पहले दिन का खेल देखने से पता चलता है कि जहीर के बाहर निकलते ही ट्रॉट और पीटरसन टीम इंडिया पर भारी पड़ने लगे.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: महेश झा