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जापान में फिर हिली धरती

१० जुलाई २०११

मार्च में भूकंप और सूनामी से तबाह हुए जापान के इलाके में रविवार को एक बार फिर भूकंप आया है. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7 मापी गई है. भूकंप से जान माल के नुकसान की फिलहाल खबर नहीं है.

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तस्वीर: AP

जापान के भूगर्भ विभाग ने सूनामी की चेतावनी हटा ली है लेकिन तटवर्ती इलाके में रहने वाले लोगों को समुद्र तट से दूर ही रहने को कहा है. अमेरिकी भूगर्भ सर्वे विभाग के आकलन के मुताबिक उत्तर पूर्वी जापान का तटवर्ती इलाका स्थानीय समय के मुताबिक सुबह 10 बजे इस भूकंप से दहल उठा. भूकंप का केंद्र जापान के उत्तर पूर्वी तट से 18 किलोमीटर की गहराई पर था.

चार महीने पहले इसी इलाके को भयानक सूनामी और भूकंप ने अपनी चपेट में लिया. इस हादसे में मारे गए और लापता हुए लोगों की गिनती 21,000 तक जा पहुंची है. इतना ही नहीं फुकुशिमा परमाणु संयंत्र को भी इससे काफी नुकसान पहुंचा और इलाके में परमाणु विकिरण फैल गया.

Fukushima Japan Erdbeben
तस्वीर: dapd

इवाकी शहर के एक अधिकारी वोबुयुकी मिदोरिकावा ने बताया, "यह एक तरफ से हलकी कंपकपाहट के रूप में शुरू हुआ और फिर मजबूत होता चला गया. मार्च में इतनी तबाही देखने के बाद इस ताजा भूकंप और सूनामी की चेतावनी ने मुझे अहसास दिला दिया है कि हम सूनामी की तरफ से कभी निश्चिंत नहीं हो सकते."

टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर ने कहा है कि तट के पास फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के कर्मचारियों को वहां से तुरंत निकाल कर ऊंचे स्थान पर पहुंचा दिया गया. कंपनी का कहना है कि फिलहाल किसी नुकसान की खबर नहीं है. परमाणु संयंत्र के कूलिंग सिस्टम पर कोई असर नहीं हुआ है. लोगों को इस बात की चिंता है कि कहीं फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के रिएक्टर नंबर 4 को सहारा देने वाली इमारत को नुकसान तो नहीं पहुंचा. हालांकि टोक्यो इलेक्ट्रिक पावर का कहना है कि उसे उम्मीद है कि जितनी तीव्रता का भूकंप रविवार को आया उससे अधिक तीव्रता का भूंकंप भी इमारत झेल जाएगी. मार्च में आए भूकंप में इसी रिएक्टर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः ए कुमार