जापान के हादसे में ज्यादातर लोग डूब कर मरे
१९ अप्रैल २०११जापान पुलिस के मुताबिक इस हादसे का शिकार हुए 90 फीसदी लोग पानी में डूबने के कारण मारे गए. इनमें से ज्यादातर लोगों की उम्र 60 साल या इससे ऊपर थी. पुलिस के आंकड़े में अब तक कुल 13,135 लोगों की मौत दर्ज की गई है. ये सभी इवाते, मियागी और फुकुशिमा में आई आपदा का शिकार बने. इन सब लोगों की पोस्टमार्टम की रिपोर्ट कहती है कि इनमें से 12,143 लोगों की मौत डूबने के कारण हुई.
जापान की राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी के मुताबिक 548 लोग चोट लगने या फिर भारी मलबे के नीचे दबने से मरे. यानी कुल मरने वाले लोगों के 4.4 फीसदी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक 148 लोगों की मौत आग से हुई है. इस सूची में हादसे के 266 ऐसे भी शिकार हैं जिनकी मौत का कारण पता नहीं लगाया जा सका.
पुलिस का कहना है कि सबसे ज्यादा लोगों की मौत की वजह सूनामी बनी. सूनामी ने 1995 में कोबी में आए भूकंप का शिकार हुए लोगों से कहीं ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया. उस हादसे में ज्यादातर लोगों ने मलबे के नीचे दब कर अपनी जान गंवाई. उस वक्त भूकंप के कारण सूनामी नहीं आई थी.
जापान सरकार के पास सोमवार तक मौजूद सूची में मरने वालों की तादाद 13,895 है जबकि 13,864 नामों को लापता लोगों की सूची में रखा गया है. हादसे को एक महीने से ज्यादा बीत चुके हैं ऐसे में अब किसी के जिंदा होने की उम्मीद तकरीबन खत्म हो चुकी है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः आभा एम